भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली भले आज की तारीख में सबसे फिट और खुश दिखते हों, लेकिन एक वक्त ऐसा भी आया था, जब विराट कोहली को लगने लगा था कि सब कुछ खत्म हो गया है. यह उस समय की बात है, जब विराट कोहली को लगने लगा था कि पूरी दुनिया उनके लिए खत्म हो गई है और वे इसे छोड़ने तक के बारे में विचार करने लगे थे. विराट कोहली ने अब आस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल की तारीफ की और कहा कि मानिसक परेशानी से निजात पाने के लिए जो कदम उन्होंने उठाया है, वह काफी सराहनीय है.
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भारत और बांग्लादेश के बीच इंदौर में पहला टेस्ट मैच शुरू होने से पहले बुधवार को विराट कोहली ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर ग्लैन मैक्सवेल जैसी स्थिति किसी भी खिलाड़ी के जीवन में आती है तो उसे खेल से ब्रेक लेना चाहिए. उन्होंने कि यह काफी संवेदनशील मुद्दा है और इस पर विचार किया जाना चाहिए. भारतीय कप्तान विराट कोहली बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई सीरीज में टीम इंडिया के साथ नहीं थे और वे अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ घूमने भूटान गए थे. इस दौरान विराट कोहली ने अपना जन्मदिन भी मनाया और खूब घूमे.
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विराट कोहली ने साल 2014 का जिक्र किया और बताया कि वे उस वक्त इंग्लैंड के दौरे पर थे. तब अचानक उन्हें लगने लगा था कि उनकी दुनिया की खत्म हो गई है. विराट कोहली नहीं समझ पा रहे थे कि उन्हें करना क्या चाहिए. विराट को यह भी नहीं पता था कि वे अपने मन की बात किससे कहें. विराट कोहली ने खुलासा करते हुए कहा कि वे उस वक्त यह नहीं कह पा रहे थे कि वे मानसिक रूप से अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोई नहीं जानता कि यह बातें आपसे क्या छीन लेगी. उस दौरे के पांच टेस्ट मैचों में खेलते हुए विराट कोहली ने महज 134 रन ही बनाए थे. उस वक्त वे अपने करियर के बुरे दौर से गुजर रहे थे.
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विराट कोहली ने कहा कि जैसे आपको अपना काम करना है, वैसे ही मुझे भी अपना काम करना है. उन्होंने ग्लैन मैक्सवेल की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बहुत ही अच्छा काम किया है. विराट बोले की अगर आप अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं तो आपको इस बारे में फैसला लेना चाहिए. विराट ने साफ तौर पर कहा कि इंसान होने के नाते आपको कई बार ऐसा महसूस होता है कि आप खेल से दूर चले जाएं. ऐसे में स्पेस देना बहुत जरूरी हो जाता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप हार मान रहे हैं. विराट ने कहा कि ऐसे फैसले लेने को नकारात्मक नजरिया नहीं मानना चाहिए.
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आपको बता दें कि हाल ही में आस्ट्रेलियाई के धाकड़ बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल ने मानसिक समस्या के चलते क्रिकेट से ब्रेक ले लिया था, इसके बाद कई और ऐसे मामले सामने आए हैं. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इसी मामले पर खुलकर अपनी बात रखी. मैक्सवेल के बाद उनकी टीम के साथी निक मैडिनसन ने भी खेल से ब्रेक ले लिया है. अब कई खिलाड़ी खुले मंच पर अपनी बात रख रहे हैं. इससे पहले स्टीव हार्मिसन, मार्कस ट्रैस्कोथिक, ग्रीम फाउलर आदि भी इसी समस्या से जूझ चुके हैं.
(एजेंसी इनपुट )
Source : News Nation Bureau