किसी क्रिकेटर के लिए अर्द्धशतक लगाना एक माइलस्टोन होता है. पचासा जड़ने के बाद एक अलग ही तरह की खुशी मिलती है. लेकिन किसी खिलाड़ी को अगर 50 रन बनाने के लिए 92 टेस्ट मैचों का इंतजार करना पड़ा तो इसे क्या कहिएगा. भारत और वेस्टइंडीज के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट मैच में सारी सुर्खियां भले हैट्रिक मैन जसप्रीत बुमराह ने लूट ली हों, लेकिन इस मैच में ईशांत शर्मा ने भी कमाल की पारी खेली.
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ईशांत शर्मा अपनी गेंदबाजी के लिए जाने और पहचाने जाते हैं. उन्होंने भले पचास रन बनाए हों, लेकिन टीम प्रबंधन को इतनी उम्मीद नहीं थी. ईशांत ने 80 गेंद का सामना किया और 57 रन की पारी खेली. अगर ईशांत ने अच्छी गेंदबाजी की होती तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होती, लेकिन बल्लेबाजी में इस तरह का प्रदर्शन ईशांत से उम्मीद नहीं की जा सकती, लेकिन उन्होंने कर दिखाया कि बल्ले से भी टीम के लिए योगदान दे सकते हैं. इस मैच से पहले इंशात ने 91 टेस्ट खेले थे और 125 पारियों में बल्लेबाजी की है. इससे पहले उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 31 रन था. उन्होंने 646 रन बनाए हैं. उनका औसत करीब आठ रन का है और स्ट्राइक रेट 28 से अधिक का है.
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इस अर्द्धशतकीय पारी के बाद ईशांत ने एक रिकार्ड भी बना दिया. वे सबसे ज्यादा पारियों को खेलने के बाद पचासा ठोकने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. इस सूची में इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन पहले नंबर पर अभी भी काबिज हैं. उन्होंने 130 पारियों को खेलने के बाद अर्द्धशतक बनाया है. आस्ट्रेलिया के ग्लैन मैक्ग्रा ने 114 पारियां खेलने के बाद पहला अर्द्धशतक लगाया था.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो