वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारत की टेस्ट और वनडे टीम का ऐलान कर दिया गया है. WTC Final में मिली हार के बाद चयनकर्ताओं ने किसी भी सीनियर खिलाड़ी को आराम नहीं दिया और दोनों फॉर्मेट के लिए रोहित शर्मा को ही टीम की कमान भी सौंपी गई. टीम के चयन के बाद चेतेश्वर पुजारा के ड्रॉप होने से ज्यादा सुर्खियां सरफराज खान ने बटोरी. चयनकर्ताओं ने घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगा रहे सरफराज को फिर नजरअंदाज कर दिया. सरफराज की जगह टीम में यशस्वी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ को चुना गया. क्रिकेट के गलियारों में सरफराज की लगातार की जा रही अनदेखी से भारतीय फैंस बहुत खफा हैं.
कई फैंस तो बोर्ड पर भेदभाव का आरोप भी लगा चुके हैं. अब बीसीसीआई की ओर से एक बयान सामने आया है, जिसमें यह बताया गया है कि आखिरी सरफराज खान को टीम इंडिया का हिस्सा क्यों नहीं बनाया गया. बोर्ड के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को दिए अपने बयान में कहा कि, 'फैंस के गुस्से वाली प्रतिक्रियाएं समझ में आती हैं लेकिन मैं आपको कुछ हद तक निश्चितता के साथ बता सकता हूं कि सरफराज को बार-बार नजरअंदाज किए जाने का कारण सिर्फ क्रिकेट नहीं है. ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से उन पर विचार नहीं किया गया.'
बीसीसीआई ने सरफराज खान की फिटनेस पर सवालियां निशान उठाए हैं. बीसीसीआई ऑफिशियल ने कहा कि, 'क्या चयनकर्ता मूर्ख हैं जो लगातार सीज़न में 900 से अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी पर विचार नहीं करेंगे? इसका एक कारण उनकी फिटनेस है जो बिल्कुल अंतरराष्ट्रीय स्तर की नहीं है.'
अधिकारी ने आगे कहा कि, "उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी, शायद वजन कम करना होगा और दुबला और फिट होकर वापसी करनी होगी क्योंकि चयन के लिए केवल बल्लेबाजी फिटनेस ही एकमात्र मानदंड नहीं है."
बीसीसीआई से पहले कई पूर्व भारतीय क्रिकेटर भी सरफराज खान की फिटनेस पर सवाल उठा चुके हैं. बोर्ड ने सिर्फ सरफराज की फिटनेस ही नहीं मैदान पर उनके बर्ताव को आड़े हाथों लिया. बीसीसीआई के अधिकारी ने आगे कहा कि, 'मैदान के अंदर और बाहर उनका आचरण बिल्कुल भी शीर्ष स्तर का नहीं रहा है. कुछ बातें कही गईं, कुछ इशारे किए गए और कुछ घटनाओं पर ध्यान दिया गया. उम्मीद है कि सरफराज अपने पिता और कोच नौशाद खान के साथ उन पहलुओं पर काम करेंगे.'
घरेलू क्रिकेट में सरफराज मुंबई के लिए खेलते हैं और कई बार मैदान पर उनको अपना आपा खोते या अन्य खिलाड़ियों से भिड़ते देखा गया है. इस साल की शुरुआत में रणजी मैच के दौरान दिल्ली के खिलाफ शतक के बाद सरफराज ने बेहद आक्रामक अंदाज में जश्न मनाया था. उस समय चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा स्टैंड में बैठकर मैच देख रहे थे. इससे पहले, 2022 रणजी ट्रॉफी फाइनल के दौरान, ब्रेक के दौरान उनके बर्ताव ने एमपी के कोच चंद्रकांत पंडित को भी परेशान कर दिया था.
हालांकि, बोर्ड का इन चीजों को ध्यान में रखकर सरफराज को ना चुनना भी सवाल उठाता है. मौजूदा भारतीय टीम में कई ऐसे खिलाड़ी मौजूद है, जो खराब फिटनेस और अपने खराब रवैये के बाद भी टीम का हिस्सा बने हुए हैं. कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस पर भी लगातार सवाल उठाए जाते हैं.
बता दें कि सरफराज ने पिछले तीन रणजी सीजन में मुंबई के लिए 2566 रन बनाए हैं। उन्होंने 2019/20 सीजन में 928 रन, 2022-23 में 982 और 2022-23 सीजन में 656 रन बनाए थे. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका औसत 79.65 का है. वहीं ऋतुराज गायकवाड़ ने अब तक 42 की औसत से रन बनाए हैं.