IND vs NZ Test : भारत और न्यूजीलैंड के बीच कल पहले टेस्ट मैच का तीसरा दिन था. मैच के दौरान काफी गर्मी देखी गयी. खास बात ये थी कि गर्मी का माहौल भारत और न्यूजीलैंड के खिलाडियों के बीच में नहीं बल्कि खिलाड़ी और अंपायर के बीच था. दरअसल मामला ये था कि अश्विन की एक गेंद कीवी बल्लेबाज लेथम के पैड पर लगी. अश्विन कॉन्फिडेंट थे कि उन्होंने लेथम को आउट कर लिया है. लेकिन अंपायर नितिन मेनन ने बल्लेबाज को नॉटआउट का फैसला सुनाया. हालांकि टीम इंडिया से यहां एक गलती हो गयी कि उन्होंने डीआरएस का यूज़ नहीं किया. क्योंकि टीवी रीप्ले में साफ़ दिख रहा था कि लेथम क्लियर आउट हैं.
अब किस्सा यहीं से शुरू होता है. अश्विन अपने ओवर की अगली गेंद ले कर आते हैं और उनकी गेंदबाजी का फॉलो थ्रू कुछ ऐसा होता है कि वो अंपायर के सामने आ रहे होते हैं. यानी एक तरह का क्रॉस एंगल अंपायर के सामने बन रहा था. जिससे अंपायर मेनन को बल्लेबाज देखने में कठिनाई हो रही थी. साथ ही अंपायर का ये भी मानना था कि अश्विन इस फॉलो थ्रू से बल्लेबाज जहां से बैटिंग करते हैं, उस लाइन में आ रहे हैं. आपको बता दें कि इसे डेंजर लाइन बोला जाता है. गेंदबाज अगर लगातार इस डेंजर लाइन में बोलिंग करता है तो अंपायर उसे बोलिंग करने से रोक भी सकता है.
खैर अपनी बात पर आते हैं. जब अंपायर ने उन्हें समझाया तो अश्विन ने कहा कि में डेंजर लाइन में नहीं आ रहा हूँ. टीवी रिप्ले में भी दिख रहा था कि अश्विन कोई नियम नहीं तोड़ रहे हैं. हालांकि अंपायर मेनन फिर यही बोले कि आप मेरे सामने आ रहे हैं तो मैं कैसे ठीक से अंपायरिंग कर सकता हूँ. बहस ज्यादा हो रही तो कप्तान रहाणे को बीच में आना पड़ा. और ड्रेसिंग रूम की तरफ से कोच राहुल द्रविड़ को भी मैच रेफरी के पास जाते हुए देखा गया. अब क्या बात हुई द्रविड़ की रेफरी से, ये बात अभी सामने नहीं आई है. हालांकि इतना विवाद होने के बाद भी अश्विन उसी फॉलो थ्रू से गेंदबाजी करते रहे. उनके अनुसार जब बल्लेबाज आउट था तब भी कौन सी ठीक अंपायरिंग हुई.
Source : Sports Desk