Black Lives Matter : वेस्टइंडीज की टीम गुरुवार से दक्षिण अफ्रीका (WI vs SA) के खिलाफ शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज (Test Series) में भी मैदान पर एक घुटने के बल बैठकर नस्लवादी विरोधी आंदोलन को जारी रखेगी. अमेरिका में अफ्रीकी मूल के एक नागरिक जार्ज फ्लायड (George Floyd) की एक श्वेत पुलिस अधिकारी के हाथों मौत के बाद 'ब्लैक लाइव्स मैटर' (अश्वेतों का जीवन मायने रखता है) आंदोलन किया गया था. देखते ही देखते यह आंदोलन खेलों के मैदान पर तक भी पहुंच गया. वेस्टइंडीज (WI) उन शुरूआती टीमों में शामिल था, जिसके खिलाड़ियों ने एक घुटने के बल पर बैठकर इसका समर्थन किया था.
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वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान जेसन होल्डर ने शुरू से ही 'ब्लैक लाइव्स मैटर' आंदोलन का समर्थन किया है. उनका कहना है कि नस्लवाद विरोधी आंदोलन केवल सांकेतिक समर्थन तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए ,बल्कि इसके कुछ मायने होने चाहिए. पूर्व कप्तान जेसन होल्डर ने क्रिकइंफो से कहा कि मैंने इसको लेकर कुछ चर्चा की थी और मुझे लगता है कि कुछ लोगों को लगता है कि मैचों से पहले की जाने वाली यह अप्रभावी क्रिया है. मैं इस आंदोलन में नई जान फूंकने के लिए कुछ नई पहल देखना चाहता हूं.
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उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि लोग केवल यह सोचें कि वे 'ब्लैक लाइव्स मैटर' के लिए घुटने टेक रहे हैं क्योंकि यही परंपरा है, यही चलन है. इसका कुछ अर्थ होना चाहिए. हो सकता है, ऐसा कुछ है जो हम एक समूह के रूप में कर सकते हैं. शायद एक वीडियो और वीडियो संदेश, सिर्फ यह दोहराने के लिए कि आंदोलन क्या है. दूसरी तरफ, दक्षिण अफ्रीका ने नस्लवाद का विरोध करने के लिए एक घुटने के बल बैठने के बजाय हाथ में काली पटटी बांधना और मुट्ठी उठाने के रास्ते को चुना था. दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने कहा है कि वे अपने खिलाड़ियों पर यह छोड़ रहे हैं कि वे किस तरह से इसका विरोध करना चाहते हैं.
Source : IANS