इंग्लैंड हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स (Ben Stokes) का अपनी किताब में विश्व कप-2019 (World Cup 2019) में भारत का इंग्लैंड (India Vs England) के साथ खेले गए मैच में रनों के लक्ष्य का पीछा करने पर सवाल उठाने वाले मुद्दे ने अब एक और नया मोड़ ले लिया है. पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद (Mushtaq Ahmed) ने कहा है कि वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने उनसे कहा था कि भारत पाकिस्तान (India Vs Pakistan) को नॉकआउट में क्वालीफाई करते नहीं देखना चाहता है. मुश्ताक अहमद (Mushtaq Ahmed) ने पाकिस्तानी न्यूज चैनल से एआरवाई स्पोटर्स से कहा, मैं उस समय वेस्टइंडीज टीम के साथ काम कर रहा था. भारत की हार के बाद जेसन होल्डर (Jason Holder) , क्रिस गेल (Chris Gayle) और आंद्रे रसेल (Andre Russell) ने मुझसे कहा कि मुशी भारत, पाकिस्तान को सेमीफाइनल में जाते हुए नहीं देखना चाहता.
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हालांकि इस बीच इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने उन दावों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा जा रहा था कि उन्होंने अपनी नई किताब 'बेन स्टोक्स ऑन फायर' (Ben stokes on fire) में कहा था कि 2019 विश्व कप में भारत जानबूझकर इंग्लैंड से हारा था. पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज सिकंदर बख्त ने हाल में ट्विटर पर दावा किया था कि बेन स्टोक्स ने अपनी नई किताब में कहा है कि पाकिस्तान को विश्व कप से बाहर करने के लिए भारत जानबूझकर इंग्लैंड से हारा था. बख्त ने ट्विटर पर लिखा था, बेन स्टोक्स ने अपनी नई किताब में लिखा है कि पाकिस्तान को विश्व कप से बाहर करने के लिए भारत जानबूझकर इंग्लैंड से हारा था और हमने इसकी भविष्यवाणी की थी. बख्त के इस ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, आप इसे ढूंढ नहीं पाएंगे, क्योंकि मैंने ऐसा कभी कहा ही नहीं. इसे ही तो कहते हैं शब्दों के साथ खेलना या क्लिक बेट. पिछले साल 30 जून को एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए करो या मरो के मुकाबले में इंग्लैंड ने भारत के सामने जीत के लिए 338 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था, इसके जवाब में भारत पांच विकेट पर 306 रन ही बना सका था और 31 रन से मैच हार गया था.
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आपको बता दें कि बेन स्टोक्स ने अपनी किताब में कहा है कि एमएस धोनी जब बल्लेबाजी के लिए आए थे तब भारतीय टीम को 11 ओवर में 112 रन चाहिए थे और उन्होंने अजीब तरीके से बल्लेबाजी की. वह गेंद को सीमारेखा के पार भेजने से ज्यादा एक रन लेने को आतुर दिखे. भारतीय टीम आखिरी 12 गेंद में भी जीत सकती थी. बेन स्टोक्स ने कहा, धोनी और केदार जाधव की साझेदारी में जीत की ललक काफी कम या बिल्कुल नहीं दिखी. मुझे लगता है कि अगर वह ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते तो रन बना सकते थे. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की ड्रेसिंग रूम को लगा कि धोनी मैच को आखिरी ओवरों तब ले जाना चाहते थे. वह इस मैच में 31 गेंद पर 42 रन बनाकर नाबाद रहे लेकिन ज्यादातर रन अखिरी ओवरों में तब आए जब मैच भारत के हाथ से लगभग निकल चुका था. बेन स्टोक्स ने कहा, हमारे ड्रेसिंग रूम में इस बात की चर्चा हो रही थी कि एमएस धोनी के खेलने का तरीका यही है. अगर भारतीय टीम मैच नहीं जीतती है तो भी उनका नेट रन रेट बना रहे. इंग्लैंड के नए गेंद के गेंदबाज क्रिस वोक्स और जोफ्रा आर्चर ने रोहित शर्मा और विराट कोहली को कसी हुई गेंदबाजी की, जिन्होंने 138 रन की साझेदारी के लिए लगभग 27 ओवरों निकाल दिए.
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उन्होंने कहा, जिस तरह से रोहित शर्मा और विराट कोहली खेल रहे थे वह किसी रहस्य की तरह था. मुझे पता है कि हमने इस दौरान शानदार गेंदबाजी की, लेकिन जिस तरह से उन्होंने अपनी बल्लेबाजी की वह बिल्कुल विचित्र लग रहा था. उन्होंने कहा, इन दोनों बल्लेबाजों ने अपनी टीम को मैच में काफी पीछे धकेल दिया. उन्होंने हमारी टीम पर दबाव डालने की कोई इच्छा नहीं दिखाई. वे हमारी रणनीति के मुताबिक खेल रहे थे. स्टोक्स ने कहा कि विराट कोहली ने सीमा रेखा के छोटा होने की बात की थी जो उन्हें ‘थोड़ा अजीब’ लगा था. उन्होंने कहा, मैच के बाद पुरस्कार समारोह में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सीमा रेखा को लेकर सवाल उठाया जो उन्हें अजीब लगा. मैंने मैच के बाद ऐसी शिकायत कभी नहीं सुनी थी. हालांकि जब इस पर सवाल उठाया गया तो बेन स्टोक्स ने कह दिया था कि वे यह नहीं कर रहे कि भारतीय टीम इंग्लैंड से जानबूझकर हार गई थी.
(आईएएनएस)
Source : Sports Desk