Smriti Mandhana RCB: विमेंस प्रीमियर लीग 2023 के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर दिग्गज खिलाड़ी स्मृति मंधाना को ऑक्शन में सबसे बड़ी कीमत में खरीदा. आरसीबी ने उनको तीन करोड़ 40 लाख रुपए में खरीदा. वह ऑक्शन की सबसे महंगी खिलाड़ी हैं. जब आरसीबी ने उनको कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी तो लगा कि फ्रेंचाइजी को दूसरा विराच कोहली मिल गया. आईपीएल में विराट कोहली आरसीबी की काफी लंबे वक्त तक कप्तानी की है. विराट कोहली और मंधाना के खेलने की शैली लगभग एक जैसी है.
विराट कोहली ने काफी लंबे वक्त तक की आरसीबी की कप्तानी
आईपीएल में विराट कोहली ने आरसीबी की काफी लंबे वक्त तक कप्तानी की. उन्होंने आईपीएल के पहले सीजन यानि की साल 2008 से आईपीएल 2021 तक टीम की कमान संभाली. लेकिन वह एक भी बार आरसीबी को चैंपियन नहीं बना पाए. आरसीबी विराट कोहली की कप्तानी में तीन बार फाइनल में पहुंची. लेकिन एक भी बार वह चैंपियन नहीं बन पाई. आरसीबी कोहली की कप्तानी में पहली बार आईपीएल 2009 में फाइनल में पहुंची थी. इसके बाद आईपीएल 2011 में फाइनल में एंट्री ली, फिर साल 2016 में फाइनल में पहुंची, लेकिन वह एक भी बार फाइनल मैच जीत नहीं पाई.
आरसीबी को जीत नहीं दिला पा रहीं मंधाना
विराट कोहली जब तक आरसीबी के कप्तान रहे, कभी भी टीम कमजोर नहीं मानी गई. उनकी कप्तानी में आरसीब हमेशा मजबूत ही मानी गई. ऐसे ही विमेंस प्रीमियर लीग 2023 के लिए आरसीबी ने स्मृति मंधाना को कप्तानी सौंपी है. आरसीबी कहीं से भी कमजोर नहीं दिख रही है. फ्रेंचाइजी के पास बेहतरीन बल्लेबाज, शानदार गेंदबाज और उतनी अच्छी फिल्डिंग करने वाले खिलाड़ी हैं. इसके बाद भी अब तक खेले तीन मुकाबलों में टीम को एक भी जीत नसीब नहीं हुई है. अब देखना है कि डब्ल्यूपीएल 2023 में आरसीबी को कब पहली जीत मिलेगी.
स्मृति दिला रही अच्छी शुरुआत लेकिन नहीं दिला पाईं जीत
स्मृति मंधाना के पास अनुभव की कोई कमी नहीं है. मौजूदा वक्त में वह भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उप-कप्तान हैं. उनके बल्ले से रन तो निकल रहे हैं, लेकिन वह अब तक आरसीबी को एक भी मैच में जीत नहीं दिला पाई हैं. दिल्ली के खिलाफ उन्होंने 35 रन बनाए थे. मुंबई इंडियंस के खिलाफ 23 रन बनाकर आरसीबी को अच्छी शुरुआत दिलाई थी. गुजरात जाएंट्स के खिलाफ उन्होंने 18 रनों की पारी खेली थी. वह आरसीबी को शानदार शुरुआत तो दिला रही हैं, लेकिन वह टीम को जीत नहीं दिला पाई हैं. मजबूत मानी जा रही आरसीबी के अब तक के खेल को देखें तो यही लग रहा है कि कहीं एलिमिनेटर तक भी न पहुंच पाए.