अंडर 19 विश्व कप 2020 (U19 CWC) में भले भारत हार गया हो, लेकिन भारत (Team India) को इस सीरीज में कुछ ऐसे खिलाड़ी जरूर मिल गए हैं, जो अभी तो जूनियर टीम में खेल रहे हैं, लेकिन जल्द ही वे सीनियर टीम इंडिया के लिए खेलते हुए दिखाई दे सकते हैं. उसमें से एक तो सबसे बड़े खिलाड़ी बनकर उभरे हैं यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal). यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने तो इस टूर्नांमेंट में इतने रन बना दिए कि हार के बाद भी उन्हें मैन ऑफ द सीरीज (Yashasvi Jaiswal Man Of The Series) का पुरस्कार दिया गया है. इससे पहले भी भारतीय क्रिकेट के कई ऐसे सितारे हुए जो अंडर 19 विश्व कप में मैन ऑफ द सीरीज का खिताब जीत चुके हैं और उन्होंने टीम इंडिया के लिए खेला और लंबे अर्से तक खेला. आज हम आपको इनके बारे में भी बताएंगे, लेकिन उससे पहले हम बात करेंगे यशस्वी जायसवाल की. जिन्होंने इस सीरीज में कमाल की बल्लेबाजी की और कई रिकार्ड तोड़कर अपने नाम कर लिए हैं.
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यशस्वी जयसवाल ने विश्व कप में जिस तरह का प्रदर्शन किया, उससे साफ है कि वे भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए खिलाड़ी हैं. यशस्वी जायसवाल ने अपनी छाप तो तभी छोड़ दी थी, जब विजय हजारे ट्रॉफी में पिछले दिनों उन्होंने दोहरा शतक जड़ दिया था और रातोंरात स्टार बन गए थे. यह पहला मौका था, जब यशस्वी जायसवाल सुर्ख्िायों में आए थे और लोग उनका नाम जानने लगे थे.
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अब अंडर-19 वर्ल्ड कप में उन्होंने भारत ही नहीं बल्कि दुनिया को दिखाया कि वे किस तरह के बल्लेबाज हैं. अंडर 19 विश्व कप फाइनल में उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेली. कम स्कोर वाले मैच में यशस्वी भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. यशस्वी जायसवाल ने विश्व कप के फाइनल में जो पारी खेली, उससे वे एक खास क्लब में शामिल हो गए हैं. जिन्होंने फाइनल में 50 से ज्यादा का स्कोर बनाया है. यशस्वी जायसवाल से पहले यह कमाल ब्रीट विलियम्स और सरफराज खान कर चुके हैं.
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यशस्वी जायसवाल के पूरे विश्व कप के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने छह मैच खेले और इसमें 400 से ज्यादा रन बनाए. उन्होंने पूरे विश्व कप में चार बार अर्धशतक और एक शतक लगाया है. यह शतक उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में लगाया था, जिसमें भारत ने पाकिस्तानी टीम को दस विकेट से करारी मात दी थी. फाइनल में जब टीम इंडिया रनों के लिए जूझ रही थी, तब यशस्वी जायसवाल ने समझबूझ कर खेला और 88 रनों की पारी खेली. इन 88 रनों के लिए उन्होंने गेंदें तो बहुत खेलीं, लेकिन उस वक्त वे विकेट पर टिके रहे, जब गेंद घूम रही थी और तेज गेंदबाज भी कहर बरपा रहे थे. लेकिन यशस्वी ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया और क्रीज पर टिके रहे. इसके साथ ही यशस्वी ने विश्व कप में कभी कभी गेंदबाजी भी की, उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में कुल मिलाकर तीन विकेट भी लिए.
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इसी प्रदर्शन के बल पर यशस्वी अंडर 19 विश्व कप में मैन ऑफ द सीरीज बनने वाले भारत के पांचवें खिलाड़ी बन गए हैं. यशस्वी से पहले साल 2000 में भारत के युवराज सिंह ने यह खिताब जीता था. उन्होंने उस साल 203 रन बनाए थे और 12 विकेट भी अपने नाम किए थे. इसके बाद साल 2004 में शिखर धवन, साल 2006 में चेतेश्वर पुजारा और साल 2018 में शुभमन गिल ने भी यह पुस्कार अपने नाम किया था. अब आपने जितने भी नाम इसमें पढ़े, उनमें से कोई भी बल्लेबाज ऐसा नहीं है, जिसने अंडर 19 विश्व कप में मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार जीता हो और सीनियर टीम इंडिया में शामिल न हुआ हो. युवराज सिंह ने तो अंडर 19 के बाद पचास ओवर के वन डे विश्व कप में भी मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार जीता था. युवराज सिंह अब रिटायरमेंट ले चुके हैं. वहीं शिखर धवन अभी भी वन डे और T20 में भारत के लिए ओपन कर रहे रहे हैं. हालांकि चोट की वजह से इस वक्त वे टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. वहीं चेतेश्वर पुजारा भले वन डे और T20 टीम का हिस्सा न हों, लेकिन वे टेस्ट के अभी भी भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज हैं. वहीं साल 2018 के मैन ऑफ द सीरीज शुभमन गिल इस वक्त टीम इंडिया में शामिल हो चुके हैं और वे जल्द ही टीम इंडिया के लिए खेलते हुए दिखाई देंगे.
Source : Pankaj Mishra