भारतीय टीम को पहला टी20 विश्व कप (World Cup) और दूसरा एकदिवसीय विश्व कप (World Cup) जिताने वाले युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने आखिरकार क्रिकेट के मैदान को अलविदा कह दिया है. कैंसर की बीमारी को हराकर मैदान पर वापसी करने वाले युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने सोमवार को संन्यास लेने से पहले एक वीडियो अपलोड कर अपने फैन्स को अपने करियर के खास 3 लम्हों की जानकारी दी है. फैन्स को भावुक कर देने वाले इस वीडियो का नाम स्टेपिंग आउट है और युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने इसमें अपने पूरे करियर को याद किया है. युवराज सिंह (Yuvraj Singh) की ओर से शेयर किए गए इस वीडियो में उनके साथ उनके पिता जोगराज सिंह और उनकी मां भी दिखीं.
युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के करियर के 3 खास लम्हे
युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने विडियो में अपने क्रिकेट करियर के तीन सबसे खास लम्हे भी बताए. इसमें 2011 का वर्ल्ड कप जीतना, छह छक्के लगाना और पहली टेस्ट सेंचुरी लगाना शामिल रहा. युवी ने वानखेड़े स्टेडियम को अपने करियर में सबसे खास बताया.
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विडियो मेसेज की शुरुआत में युवराज सिंह (Yuvraj Singh) अपने पिता के साथ दिखते हैं. इसमें योगराज उन्हें सभी उन जगहों पर लेकर जाते हैं जहां से युवराज सिंह (Yuvraj Singh) का सफर शुरू हुआ. मसलन, पुराना घर जिसे युवराज सिंह (Yuvraj Singh) 'सेमी जेल' बताते हैं. उनका स्कूल और क्रिकेट ग्राउंड जहां से युवी ने क्रिकेट खेलना शुरू किया.
कैंसर से भी नहीं मानी हार
मेसेज में वह बताते हैं कि कैंसर से उन्होंने कभी हार नहीं मानी. वह बोले कि उनके मन में कभी ऐसा ख्याल नहीं आया कि कोई बीमारी उन्हें हरा सकती है. उस दौरान युवी की मां ने ही उन्हें संभाला और दिलासा दिया. युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने बताया कि मां, बाप के अलावा उन्हें गुरु बाबा राम सिंह उनकी जिंदगी में सबसे अहम हैं.
मां ने हमेशा दिया साथ
विडियो में युवी ने बताया कि उनकी मां हमेशा सपॉर्ट में खड़ी रही. युवी बताते हैं कि मां कभी उनका मैच नहीं देखती थी क्योंकि उन्हें लगता था कि वह जब भी उनका मैच देखती थी तो वह आउट हो जाते थे.
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युवराज सिंह (Yuvraj Singh) क्रिकेट से पहले यह खेल करते थे पसंद
युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने बताया कि शुरुआत में उन्हें स्केटिंग करना पसंद था. लेकिन उसकी वजह से योगराज उनसे गुस्सा रहने लगे थे. युवी बताते हैं कि एकबार जब वह स्केटिंग में गोल्ड जीतकर लाए तो पिता ने वह मेडल फेंक दिया. जिसपर युवी काफी दुखी हुए थे. फिर बाद में उनके पिता ने उन्हें क्रिकेट की तरफ जाने को कहा.
Source : News Nation Bureau