2011 के बाद धोनी बदल गया..संन्यास के सालों बाद युवराज सिंह का बड़ा खुलासा

. युवी कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के साथ देश के लिए वर्ल्ड कप 2011 में खेलते रहे. चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए एक मैच में तो बल्लेबाजी के दौरान उनको मैदान पर उल्टियां करते हुए भी देखा गया था. 

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Prashant Jha
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युवराज सिंह, क्रिकेटर( Photo Credit : फाइल फोटो)

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एक वक्त था जब युवराज सिंह और एमएस धोनी, भारतीय ड्रेसिंग रूम के जय-वीरू से कम नहीं थे. इनकी दोस्ती के चर्चे चारों तरफ थे. मगर, वक्त के साथ इनका रिश्ता कुछ ऐसा बदला की अब दोस्ती तो छोड़िए, इनके बीच बातचीत भी शायद ही होती है. सोशल मीडिया के जमाने में भले ही कोई सामने से आकर कुछ ना कहे, मगर उनकी सोशल मीडिया एक्टिविटी सारे राज खोल देती है. लेकिन अब युवराज सिंह ने एमएस को लेकर एक ऐसा बयान दिया, जिसने क्रिकेट महकमे में खलबली मचा दी है. युवराज ने अपने बयान में कहा की धोनी को साल 2011 तक उन पर काफी भरोसा था, लेकिन जब उन्होंने अपनी बीमारी के बाद वापसी की, तब सब कुछ बदल चुका था.

2011 वर्ल्ड कप तक, एमएस को मुझ पर बहुत भरोसा था और वह मुझसे कहते थे कि मैं उनका मेन खिलाड़ी हूं. लेकिन बीमारी से वापस आने के बाद मेरा खेल बदल गया और बहुत सारे बदलाव हुए थे. इसलिए जहां तक ​​2015 वर्ल्ड कप का सवाल है, आप वास्तव में कुछ भी निश्चित नहीं कर सकते। तो यह एक बहुत ही निजी कॉल है. तो मैं समझ गया कि एक कप्तान के रूप में कभी-कभी आप हर बात को सही नहीं ठहरा सकते क्योंकि दिन के अंत में आपको यह देखना होता है कि देश कैसा प्रदर्शन करता है.

2011 के बाद से माही का रवैया बदल गया

युवराज ने जो कुछ भी कहा उससे तो ये साफ होता है की वर्ल्ड कप 2011 के बाद से माही का रवैया उनके लिए बदल गया. असल में इस आईसीसी टूर्नामेंट में युवराज ने भारत को ट्रॉफी जिताने में अहम भूमिका निभाई थी. लेकिन फिर उन्हें कैंसर हो गया... युवी कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के साथ देश के लिए वर्ल्ड कप 2011 में खेलते रहे. चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए एक मैच में तो बल्लेबाजी के दौरान उनको मैदान पर उल्टियां करते हुए भी देखा गया था. पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने गेंद और बल्ले से खूब धमाल मचाया और प्लेयर ऑफ द सीरीज भी बने. भारत को विश्व विजेता बनाने के बाद युवराज और पूरी दुनिया को उनकी कैंसर की बीमारी के बारे में पता चला था. इलाज के कारण उनको टीम इंडिया से भी अपनी जगह गवानी पड़ी थी. युवी ने कैंसर के खिलाफ अपनी लड़ाई जीती और लगभग एक साल के अंदर फिर से राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बनाई.

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धोनी ने उतना किया जितना वह कर सकता था- युवराज

हालांकि वापसी के बाद उनके खेल में काफी बदलाव देखने को मिला. 2015 के वनडे वर्ल्ड कप से पहले वो फिर टीम से ड्रॉप हो गए. टीम से बाहर होने के बाद घरेलू क्रिकेट में युवी ने पंजाब के लिए काफी रन बनाए, लेकिन विश्व कप के स्क्वॉड का हिस्सा नहीं बन पाए. 2017 में धोनी के कप्तानी छोड़ने और विराट कोहली के कप्तान बनने के बाद उनकी राष्ट्रीय टीम में वापसी हुई. हालांकि जनवरी 2017 में वापसी के बाद जून में वह फिर से अपनी जगह गंवा बैठे. 2019 के वनडे वर्ल्ड कप में पूरे देश को युवी की वापसी की उम्मीद थी, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें फिर मौका नहीं दिया. हालांकि टूर्नामेंट के लिए टीम के चयन से पहले ही एमएस धोनी ने युवी को सेलेक्टर्स की असली तस्वीर दिखा दी थी. वो माही ही थे, जिन्होंने युवराज को बोला था कि अब चयनकर्ता आपके बारे में नहीं सोच रहे.  युवराज ने अपने बयान में कहा कि धोनी ही थे जिन्होंने मुझे 2019 विश्व कप के बारे में सही तस्वीर दिखाई कि चयनकर्ता आपकी ओर नहीं देख रहे हैं,'' युवराज ने कहा, ''उन्होंने मुझे असली तस्वीर दिखाई. धोनी उतना किया जितना वह कर सकता था.

अखिल गुप्ता की रिपोर्ट

Source : News Nation Bureau

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