Yuvraaj Singh Birthday Special : दुनिया में ऐसे बहुत ही कम क्रिकेटर हैं जो अपने करियर शुरू होते ही टीम के अहम सदस्य बन जाते हैं. ऐसे क्रिकेटरों में से एक हैं हमारे सिक्सर किंग यानी युवराज सिंह. आज ये सिक्सर किंग अपना 40वां जन्मदिन मना रहा है. युवराज सिंह के करियर की शुरुआत 3 अक्टूबर 2000 को केन्या के खिलाफ वन डे से हुई थी. इसके बाद युवराज सिंह कभी नहीं रुके. जितने भी कप्तान के अंडर युवराज खेले वो सभी की पसंद बने रहे. टीम के मिडिल आर्डर की जान बन गए. युवराज सिंह के नाम 4 वर्ल्ड कप जीतने का रिकॉर्ड है. युवराज ने T20 वर्ल्ड कप के साथ. वनडे वर्ल्ड कप, अंडर 19 वर्ल्ड कप और अंडर 16 वर्ल्ड कप अपने नाम किया है. तो चलिए बात करते हैं अपने सिक्सर किंग के कुछ ख़ास कमाल पर, जिसके जरिए भारत ने सफलता की एक नई कहानी लिख दी.
करियर की बात करें तो युवराज सिंह ने 40 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 1900 रन बनाए हैं. साथ ही 9 विकेट भी झटके हैं. टेस्ट मैचों में युवराज के बल्ले से 3 शतक और 11 अर्धशतक निकले हैं. अब बात वनडे की. 304 वनडे में 8701 रन और 111 विकेट ये बताते हैं कि युवराज एक शानदार ऑलराउंडर रहे हैं. साथ ही युवराज ने 132 आईपीएल मैचों में 2750 रन और 36 विकेट झटके हैं. ये तो हुआ सिक्सर किंग का योगदान जो उन्होंने भारत के लिए दिया है.
युवराज की बात जब भी हो और उनके लगाए गए छह छक्कों की बात ना हो, ऐसा हो सकता है क्या भला. 2007 में खेले गए पहले T20 वर्ल्ड कप में युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड की 6 गेंदों में 6 छक्के मारकर केवल 12 गेंदों में ही 50 रन बना लिए थे. साथ ही सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 30 गेंदों में 70 रन बनाए थे. जिसकी मदद से भारत फाइनल में पहुंचा.
इसके बाद जब 2011 का 50-50 वर्ल्ड कप खेला गया तो उस वर्ल्ड कप में युवराज ने अपने ऑलराउंडर प्रदर्शन की मदद से भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड कप का सरताज बनाया. युवी ने 90 की औसत से 362 रन बनाए थे, साथ ही 15 विकेट अपने नाम के आगे लिखवाए थे. किसी भी खिलाड़ी को हीरो का दर्जा तभी दिया जाता है जब वो परेशानी में भी अपनी टीम को जीताने के लिए जी जान लगा देता है. यही काम युवराज सिंह ने किया। वर्ल्ड कप के दौरान उनका शरीर कैंसर से लड़ रहा था, इसके बावजूद उन्होंने ठान लिया था कि जीत से कम में राजी नहीं होना है.
भारत की तरफ से उन्होंने 402 मैच खेले हैं. उनसे आगे कुछ चुनिंदा ही प्लेयर्स हैं, जिसमें सचिन (664), धोनी (538) द्रविड़ (509) विराट (446) गांगुली (424) शामिल हैं.
हालांकि इतना शानदार करियर होने के बावजूद युवी को आखिर में वो सम्मान नहीं मिला जिसके वो हकदार थे. 2019 में उन्होंने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया. उनकी एक ही शिकायत रही कि अच्छा खेल दिखाने के बावजूद उन्हें टीम में नहीं लिया गया. खैर हम सभी की तरफ से सिक्सर किंग को जन्मदिन की हार्दिक बधाई.
HIGHLIGHTS
- भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड कप का सरताज बनाया
- युवी ने 90 की औसत से 362 रन बनाए थे