भारतीय क्रिकेट टीम में सिक्सर किंग के नाम से चर्चित युवराज सिंह ने 6 साल बाद कटक वनडे में इंग्लैंड के खिलाफ 127 गेंद पर 150 रनों की शानदार पारी खेली। दिलचस्प है कि युवी ने 10 साल पहले 2007 में पहले टी 20 वर्ल्ड कप में भी युवी ने इंग्लैंड के खिलाफ ही जोहान्सबर्ग के मैच में 6 गेंद पर 6 छक्के लगाए थे।
इसी मैच में युवराज ने 12 गेंद पर 50 रन बनाकर विश्व रिकॉर्ड भी बनाया था जिसे आज तक कोई भी बल्लेबाज तोड़ नहीं पाया है। कटक वनडे में युवराज सिंह की ये 14 वीं सेंचुरी थी।
बीते चार-पांच सालों में युवराज सिंह कई बार टीम में आए और बाहर हो गए। इसका सबसे बड़ा कारण था उनकी कैंसर की बीमारी और उससे उबरने के बाद लगातार कमजोर प्रदर्शन जिसकी वजह से उनके लिए टीम में बने रहना एक कड़ी चुनौती थी।
साल 2011 में वर्ल्ड कप के दौरान ही युवराज बीमार हो गए थे लेकिन फिर भी भारत को विश्व कप जिताने के लिए युवराज लगातार पिच पर डटे रहे। उस वक्त कई ऐसी रिपोर्ट भी आई थी की युवराज को मैच के दौरान ही खून की उल्टी हुई थी। लेकिन फिर भी उन्होंने टीम का साथ नहीं छोड़ा और भारतीय टीम के विश्व कप जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। युवराज सिंह को उनके उम्दा प्रदर्शन की वजह से ही विश्व कप में मैन ऑफ दी सीरीज का खिताब भी दिया गया था।
युवराज के टीम से बाहर होने पर पिता ने धोनी पर साधा था निशाना
साल 2012 के बाद युवराज के लगातार टीम से बाहर रहने पर युवी के पिता और कोच रहे योगराज सिंह ने कई बार उस वक्त कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी पर निशाना साधा था। योगराज सिंह ने कहा था कि धोनी की वजह से ही युवराज को टीम में जगह नहीं मिलती क्योंकि धोनी ऐसा नहीं चाहते हैं। लेकिन युवी ने हमेशा कहा था कि धोनी उनके सबसे अच्छे दोस्तों में से एक हैं।
युवराज ने हाल ही में की है शादी
टीम इंडिया के धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह ने हाल में अभिनेत्री हेजल कीच से शादी की है। शादी के बाद उनकी ये पहली सेंचुरी है जो उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में लगाई है।
रणजी ट्रॉफी में उम्दा प्रदर्शन के बाद जब युवी को इंग्लैंड सीरीज के लिए चुना गया तो इसपर क्रिकेट विशेषज्ञ और खेल प्रेमियों ने भी सवाल उठाए थे कि युवा खिलाड़ियों के रहते हुए 35 साल के युवराज का टीम में चयन क्यों किया गया। कटक वनडे में अपने प्रदर्शन से युवी ने साबित कर दिया कि वो आज भी भारतीय क्रिकेट और टीम में मिडिल ऑर्डर के असली युवराज हैं।