IND vs ZIM: भारत के खिलाफ 6 जुलाई से शुरु हो रही 5 मैचों की टी 20 सीरीज से पहले जिंबाब्वे क्रिकेट टीम ने अपने कोचिंग टीम में बड़ा बदलाव किया है. जिंबाब्वे ने साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज चार्ल लैंगवेल्ट को अपना गेंदबाजी कोच नियुक्त किया है. लैंगवेल्ट टीम के साथ जुड़ चुके हैं. जिंबाब्वे हाल ही में वेस्टइंडीज और अमेरिका में खेले गए टी 20 विश्व कप के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी थी और युगांडा जैसी टीम से उसे हार का सामना करना पड़ा था. इसे जिंबाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने काफी गंभीरता से लिया था और टीम की गेंदबाजी को मजबूत करने के लिए लैंगवेल्ट को कमान सौंपी है. लैंगवेल्ट से पहले गेंदबाजी कोच की भूमिका निभा रहे स्टुअर्ट मैट्सकेन्यारी अब फिल्डिंग कोच होंगे.
कोचिंग का लंबा अनुभव
साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज रहे चार्ल लैंगवेल्ट संन्यास के से कोचिंग के क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं. वनडे विश्व कप 2023 में वे अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कोच थे. उनकी कोचिंग में अफगानिस्तान का वनडे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन रहा था और टीम ने इंग्लैंड, श्रीलंका और पाकिस्तान जैसी टीमों को धूल चटाई थी. इसके अलावा चार्ल लैंगवेल्ट बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका की कोचिंग टीम का भी हिस्सा रहे हैं.लैंगवेल्ट ने जिस भी टीम के साथ काम किया है उसकी गेंदबाजी काफी मजबूत हुई है. इसलिए जिंबाब्वे उम्मीद कर रही है कि उनके आने से उसकी गेंदबाजी भी काफी सशक्त होगी.
करियर पर एक नजर
चार्ल लैंगवेल्ट ने साउथ अफ्रीका की तरफ से तीनों फॉर्मेट खेला है. 2001 से 2010 के बीच उन्होंने 6 टेस्ट, 72 वनडे और 9 टी 20 खेले हैं. 6 टेस्ट में 16, 72 वनडे में 100 और 9 टी 20 में उनके नाम 17 विकेट हैं. लैंगवेल्ट का करियर बहुत लंबा नहीं रहा है लेकिन काफी प्रभावशाली रहा है.टेस्ट में उनकी इकोनॉमी 3.56, वनडे में 5.09 और टी 20 में 7.3 रही है. ये एक बेहतरीन तेज गेंदबाज की निशानी है और अपनी इसी क्षमता को लैंगवेल्ट अपनी कोचिंग में दर्शाते हुए दिखते हैं. इसी वजह से संन्यास के बाद बतौर कोच वे काफी सफल रहे हैं.
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Source : Sports Desk