फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के प्री-क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के पहुंचने के सपने को पेरू ने तोड़ दिया। पेरू ने मंगलवार को फिश्ट स्टेडियम में खेले गए ग्रुप-सी के मैच में आस्ट्रेलिया को अपने संतुलित खेल के दम पर 2-0 से मात देकर टूर्नामेंट से मायूसी के साथ विदा किया और खुद विजयी विदाई ली। ऑस्ट्रेलिया को अगले दौर में जाने के लिए इस मैच में बड़े अंतर से जीत चाहिए थी और साथ ही इसी ग्रुप में फ्रांस और डेनमार्क के बीच खेले गए दूसरे मैच में डेनमार्क की हार की दुआ करनी थी।
ऑस्ट्रेलिया जो चाहती थी वो हुआ नहीं। वह अपना मैच भी हार गई और उधर डेनमार्क ने फ्रांस के साथ गोलरहित ड्रॉ खेला। इस ग्रुप से फ्रांस ने सात अंकों के साथ पहले और डेनमार्क ने पांच अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहकर अंतिम-16 में प्रवेश किया।
पेरू की यह इस विश्व कप में पहली जीत है और वह तीन अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहकर विदा ले रहा है। ऑस्ट्रेलिया एक अंक के साथ चौथे स्थान पर रहा।
ऑस्ट्रेलिया के लिए यह मैच अहम था। वह आक्रामक शुरुआत चाहता था जिससे पेरू ने उसे महरूम रखा। उसने आस्ट्रेलिया पर दवाब बनाया। आस्ट्रेलिया की परेशानी तब और बढ़ गई जब कप्तान मिले जेडिनाक को 10वें मिनट में ही येलो कार्ड दे दिया गया। यहां से जेडिनाक को सतर्क रहना था।
पेरू ने 18वें मिनट में गोल दाग आस्टेलिया की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया। यह गोल आंद्रे करिलो ने पेरू के कप्तान पाउल गुएरा की मदद से किया। गुएरा ने पेनाल्टी बॉक्स के बाएं कोने से गेंद दाईं ओर खड़े आंद्रे को दी, जिन्होंने पहले शॉट में गेंद को नेट में डाल पेरू को 1-0 से आगे कर दिया।
ऑस्ट्रेलिया एक गोल से पिछड़ने के बाद दवाब में बिखरी नहीं उसने 10 मिनट बाद इस मैच में अपना पहला मौका बनाया। टॉमस रोजिक, पेरू के चार डिफेंडरों को छकाते हुए पेनाल्टी एरिया में आए। उन्होंने गोल पर निशाना लगाया, जिसे गलासे ने रोक लिया।
34वें मिनट में भी रोजिक और क्रूस की जुगलबंदी भी आस्ट्रेलिया को गोल नहीं दिला पाई। पहले हाफ में ऑस्ट्रेलिया बराबरी नहीं कर सकी और दूसरे हाफ में उसके बराबरी के सपने को पेरू के कप्तान गुएरो ने और मुश्किल कर दिया।
गुएरो ने 50वें मिनट में एडिसन फ्लोरेस के पास पर गोल कर अपनी टीम की बढ़त को दोगुना कर दिया। फ्लोरेस से मिली गेंद को गुएरो ने अपने पास लिया और फिर घूमकर गेंद को नेट में डाल दी।
0-2 से पिछड़ने के बाद आस्ट्रेलियाई कोच बर्ट वान मार्वजिकने कुछ बदलाव किए और 54वें मिनट में टॉमी ज्यूरिक को बाहर भेज टिम काहिल को मैदान पर उतारा। वहीं चार मिनट बाद क्रूस को बाहर बुलाते हुए अर्जानी को मैदान पर भेजा। 60वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया को कॉर्नर मिला जिसे काहिल ने लिया। हालांकि उनका शॉट ब्लॉक कर दिया गया। ऐसे में गेंद बेहिक के पास आई, जिन्होंने गेंद को गोल पोस्ट की तरफ तो खेला, लेकिन गेंद काफी दूर से बाहर चली गई।
ऑस्ट्रेलियाई टीम गोल करने को बेताब थी। उसने मौके भी बनाए, लेकिन पेनाल्टी एरिया में आते ही पेरू के डिफेंस को छका पाना उसके लिए नामुमकिन साबित हुआ और उसे हार का मुंह देखना पड़ा।
Source : IANS