बेल्जियम ने शनिवार को सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम में खेले गए फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के तीसरे स्थान के मैच में इंग्लैंड को 2-0 से हरा दिया।
दोनों टीमें एक समय खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही थीं, लेकिन सेमीफाइनल में मिली हार के बाद से इन दोनों के लिए तीसरे स्थान का मैच सबसे बड़ा मैच बन गया था, जहां बेल्जियम को सफलता हाथ लगी।
बेल्जियम शुरू से ही आक्रामक थी और उसने इंग्लैंड के डिफेंस तथा अटैक को कमजोर कर रखा था।
बेल्जियम ने चौथे मिनट में ही गोल कर इंग्लैंड को सकते में डाल दिया। उसके लिए यह करिश्मा वापसी कर रहे थॉमस म्यूनिएर ने किया। थॉमस पहले सेमीफाइनल मैच में बाहर थे। उन्होंने यह गोल नासेर चाडली द्वारा बाई तरफ से दिए लो क्रास पास पर किया। थॉमस गोल के सामने ही खड़े थे। उन्होंने बड़ी आसानी से गेंद को नेट में डाल अपनी टीम को एक गोल से आगे कर दिया।
12वें मिनट में बेल्जियम ने अपनी बढ़त को दोगुना कर लिया होता, लेकिन इंग्लैंड के गोलकीपर जॉर्डन पिकफोर्ड ने केविन डी ब्रूने के शॉट को शानदार तरीके से बचाते हुए गोल नकार दिया।
बेल्जियम लगातार आक्रमण कर रही थी और इंग्लैंड पर दबाव बना रही थी। इसी बीच 23वें मिनट में रहीम स्टíलंग को मौका मिला था कि वह इंग्लैंड के लिए बराबरी का गोल कर दें। हालांकि वह चूक गए। 35वें मिनट में बेल्जियम को पहला कॉर्नर मिला। यहां टोबी एल्डरवीरेल्ड गेंद को ऊपर खेल बैठे।
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पहले हाफ में इंग्लैंड ने गेंद तो अपने पास ज्यादा रखी, लेकिन वह गोल करने के मौके नहीं बना पाई और जो मौके उसके हाथ आए भी, उन्हें वह फीनिश नहीं दे पाई। पहले हाफ की यह कहानी दूसरे हाफ में भी जारी रही।
इंग्लैंड के खिलाड़ी चाहे वह हैरी केन हों, जेसे लिंगार्ड हों, कीरान ट्रिपिर हों या मार्कस रेशफोर्ड, सभी मौकों को अंजाम तक नहीं पहुंचा पा रहे थे। इंग्लैंड को कुछ कॉर्नर भी मिले, जो उसने जाया कर दिए।
किसी तरह 70वें मिनट में एरिक डाएर ने रैशफोर्ड के साथ मिलकर एक मूव बनाया, जो ऑफ साइड करार दे दिया गया। तीन मिनट बाद डाएर ने एक और मूव बनाया और गेंद ट्रिपिर की मदद से लिंगार्ड के पास पहुंचा दी, जो उसे बार के ऊपर से खेल बैठे।
इंग्लैंड का अटैक तो कमजोर था ही साथ ही उसका डिफेंस भी काम नहीं कर पा रहा था। हालांकि उनके गोलकीपर पिकफोर्ड ने 80वें मिनट में शानदार बचाव कर बेल्जियम को दूसरा गोल नहीं करने दिया। इस मिनट में डी ब्रूने ने गेंद ईडन हेजार्ड को दी, जिन्होंने म्यूनिएर को पास दिया। म्यूनिएर का शानदार शॉट पिकफोर्ड ने डाइव मार कर रोक लिया।
पिकफोर्ड हालांकि 82वें मिनट में गोल होने से नहीं रोक पाए। इस बार हेजार्ड ने डी ब्रूने से मिली गेंद को नेट में डाल बेल्जियम को 2-0 से आगे कर दिया। मैच का नतीजा भी यही रहा।
Source : IANS