World Cup 2023 : वर्ल्ड कप 2023 का शेड्यूल अभी तक जारी नहीं हुआ है, क्योंकि पाकिस्तान को इससे काफी परेशानी है. जी हां, BCCI ने शेड्यूल ड्राफ्ट कर दिया है, जिसके बाद सभी बोर्ड्स को भी भेजा जा चुका है. मगर, पाकिस्तान को इस शेड्यूल में कुछ मैचों के वेन्यूज को लेकर काफी प्रॉब्लम है और वह इसे बदलने की मांग कर रहा है. मगर, अब ताजा खबरों की मानें, तो BCCI और ICC ने पाकिस्तान की इस मांग को ठुकरा दिया है. इसका मतलब है की अब पाक को उन वेन्यूज पर ही मुकाबले खेलने होंगे, जहां BCCI ने तय किया है.
क्या डिमांग कर रहा है पाकिस्तान?
पाकिस्तान को BCCI द्वारा ड्राफ्ट किए शेड्यूल में तय वेन्यूज से आपत्ति जताई है. पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु के चिदंबरम स्टेडियम में मुकाबला खेलना है. इसके बाद अफगानिस्तान के खिलाफ चेन्नई के चिन्नास्वामी में मैच खेलना है. मगर, PCB को इससे समस्या है और वह दोनों वेन्यूज को आपस में बदलने की डिमांड कर रहा था. इतना ही नहीं PCB ने भारत के साथ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में लीग मैच खेलने पर आपत्ति जताई थी.
BCCI और ICC ने नहीं मानी PCB की मांग
पाकिस्तान द्वारा की गई वेन्यूज की अदला-बदली की डिमांड को पूरा करने से मना कर दिया गया है. दरअसल, ICC और BCCI ने मंगलवार को एक मीटिंग की, जिसमें इस मुद्दे पर भी चर्चा हुई. इसके बाद फैसला किया गया है की वेन्यूज को आपस में नहीं बदला जाएगा. खबरों की मानें, तो इस फैसले के बारे में PCB को भी बता दिया गया है.
पहले भी बदला गया है वेन्यू
साल 2016 में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान भारत-पाकिस्तान मैच को सुरक्षा संबंधी कारणों के चलते धर्मशाला से कोलकाता में शिफ्ट किया गया था. अहमदाबाद में भारत-पाक मैच खेला जाना है, लेकिन PCB ने सुरक्षा संबंधी कारणों का हवाला देकर कहा है कि वह भारत के साथ लीग मैच नरेंद्र मोदी स्टेडियम में नहीं खेलना चाहता. मगर, BCCI और ICC ने इनकी इस मांग को नजरअंदाज कर दिया.
कब बदले जाते हैं वेन्यू?
बताते चलें, वर्ल्ड कप में वेन्यू तभी बदले जा सकते हैं, जब खिलाड़ियों की सुरक्षा खतरे में हो. मगर, यहां ऐसा कोई खतरा नहीं है. वहीं अगर गाउंड को इंटरनेशनल क्रिकेट के हिसाब से उपयुक्त ना माना जा रहा हो, उस स्थिति में भी वेन्यूज चेंज किया जा सकता है. वैसे वेन्यू बदलने का फैसला होस्ट कंट्री के पास होता है, मगर इसके लिए उन्हें ICC से अनुमति लेनी होती है.
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