महेंद्र सिंह धोनी के ग्लव्स पर बने बलिदान बैज पर मचे बवाल के बीच बीसीसीआई ने आईसीसी को जवाब भेज दिया है. सूत्रों के अनुसार बीसीसीआई ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी का बलिदान बैज न तो कॉमर्शियल है और न ही धार्मिक. शुक्रवार दोपहर में बीसीसीआई इस मुद्दे पर बैठक भी करने जा रहा है. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने एक दिन पहले बीसीसीआई से अपील करते हुए कहा था कि वह विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी से उनके दस्तानों पर बने सेना के चिन्ह को हटवाए. आईसीसी विश्व कप-2019 में भारत के पहले मैच में धोनी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विकेटकीपिंग दस्तानों पर भारतीय पैरा स्पेशल फोर्स का चिन्ह का इस्तेमाल करते देखा गया था.
आईसीसी के महाप्रबंधक, रणनीति समन्व्य, क्लेयर फरलोंग ने कहा, "हमने बीसीसीआई से इस चिन्ह को हटवाने की अपील की है." धोनी के दस्तानों पर 'बलिदान ब्रिगेड' का चिन्ह है. सिर्फ पैरामिल्रिटी कमांडो को ही यह चिन्ह धारण करने का अधिकार है. धोनी को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद उपाधी मिली थी. धोनी ने 2015 में पैरा ब्रिगेड की ट्रेनिंग भी ली है.
हालांकि सोशल मीडिया पर महेंद्र सिंह धोनी के इस कदम की काफी तारीफ हो रही है. दूसरी ओर आईसीसी के नियम के मुताबिक, "आईसीसी के कपड़ों या अन्य चीजों पर अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेदी जैसी चीजों का संदेश नहीं होना चाहिए."
Source : News Nation Bureau