विश्व कप विजेता इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान इयोन मोर्गन ने खिताबी जीत के बाद विपक्षी टीम न्यूजीलैंड की तारीफ की है. मोर्गन ने मैच के बाद कहा, "वास्तव में, उनके लिए यह टूर्नामेंट हमसे भी अच्छा रहा. फर्क केवल इतना है कि यह ट्रॉफी यहां है. " उन्होंने कहा, "ग्रुप चरण में भी न्यूजीलैंड का प्रदर्शन काफी बेहतरीन रहा था. उनके प्रदर्शन में निरंतरता साफ दिखाई दे रही थी और सेमीफाइनल में भी उन्होंने भारत के खिलाफ गजब का खेल दिखाया. "
यह पूछे जाने पर कि इस रोमांचक मैच में किस्मत आपके साथ थी, कप्तान ने कहा, " अल्लाह हमारे साथ थे. मैंने आदिल राशिद से बात की थी, उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से अल्लाह हमारे साथ थे. "
बता दें क्रिकेट को जन्म देने वाले अंग्रेजों ने आखिरकार अपना पहला विश्व कप खिताब जीत ही लिया. क्रिकेट इतिहास में हुए अभी तक के सबसे रोमांचक मैच में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को बाउंड्रीस के आधार पर विश्व कप जीत लिया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 241 रन बनाए थे. लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड भी 50 ओवर में 241 रनों के स्कोर पर ऑलआउट हो गई. फाइनल मुकाबले में मैच टाई होने के बाद विश्व विजेता का फैसला सुपरओवर के जरिए होना था. सुपरओवर में पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने 1 ओवर में 15 रन बनाए.
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न्यूजीलैंड को मैच के साथ-साथ विश्व कप जीतने के लिए जोफ्रा आर्चर की 6 गेंदों में 16 रन बनाने थे. 16 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड भी 15 रन ही बना सकी. मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान लॉर्ड्स के मैदान में एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने दुनियाभर के मुस्लिम समुदाय का दिल जीत लिया. दरअसल, इंग्लैंड को जब विश्व कप की चमचमाती हुई ट्रॉफी सौंपी गई तो विश्व विजेता टीम के खिलाड़ियों ने जश्न मनाते हुए शैंपेन की बोतलें खोलीं और टीम के ऊपर उछालने लगे. टीम के सदस्यों को ऐसा करते देख दो अन्य खिलाड़ी घबरा गए और बिना मौका गंवाए वहां से भाग गए.
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जी हां, आपने बिल्कुल ठीक पढ़ा. विश्व कप की ट्रॉफी मिलने के बाद जब जॉनी बेयरस्टो ने जैसे ही शैंपेन की बोतल खोली, वहां मौजूद आदिल राशिद और मोइन अली पहले तो हक्के-बक्के रह गए और बिना कुछ सोचे-समझे वहां से भाग पड़े. सोशल मीडिया पर इस फनी मोमेंट का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर मुस्लिम समुदाय के लोग आदिल राशिद और मोइन अली के इस एक्शन पर काफी खुश हैं और उनकी जमकर तारीफें कर रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर्स इंग्लैंड के इन दोनों खिलाड़ियों को सच्चा मुसलमान बता रहे हैं. बता दें कि इस्लाम में शराब को हराम माना गया है, जिसका पालन करते हुए राशिद और मोइन अली जश्न के बीचों-बीच वहां से चलते बने.
Source : IANS