भारतीय टीम आईसीसी (ICC) क्रिकेट विश्व कप (World Cup) के अपने छठे लीग मैच में गुरुवार को यहां जब वेस्टइंडीज (West indies) की खतरनाक टीम से भिड़ेगी तो टीम प्रबंधन की मुख्य चिंता महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की बल्लेबाजी और उनका बल्लेबाजी क्रम होगी. लीग चरण अपने अंत की ओर बढ़ रहा है और ऐसे में भारत एक और जीत के साथ सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करना चाहेगा. हालांकि यह कहना जितना आसान है, उसे करना उतना आसान नहीं होगा. वेस्टइंडीज (West indies) की टीम के पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है और वह बाकी मैचों में अन्य टीमों का समीकरण बिगाड़ने की कोशिश करेगी.
दूसरे पावर प्ले के महत्वपूर्ण ओवरों में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की विफलता ने कप्तान विराट कोहली की चिंता थोड़ी बढ़ाई है. महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने अफगानिस्तान के खिलाफ बेहद धीमी बल्लेबाजी करते हुए 52 गेंद में 28 रन बनाए और इसके लिए उन्हें काफी आलोचना का सामना भी करना पड़ा. यहां तक कि आम तौर पर शांत रहने वाले दिग्गज सचिन तेंडुलकर ने भी उनके रवैये पर सवाल उठाए थे. तेंडुलकर ने तब कहा कि कोई सकारात्मक रवैया नजर नहीं आता.
टीम प्रबंधन भी इस समस्या से वाकिफ है लेकिन अब जब 4 लीग मैच बचे हैं तब उनके पास एकमात्र विकल्प महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करना है. संभवत: इससे केदार जाधव को अधिक गेंद खेलने को मिल सकती हैं जो अपने शॉट चयन में नयापन लाने के लिए पहचाने जाते हैं.
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ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या का इस्तेमाल अब तक फ्लोटर के रूप में हुआ है लेकिन अफगानिस्तान के खिलाफ मैच ने दिखाया कि अगर उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिलता है तो फिर उन पर काफी दबाव आ जाता है. कोहली और कोच रवि शास्त्री अब तक ऋषभ पंत का इस्तेमाल करने को लेकर काफी उत्सुक नजर नहीं आए हैं. टीम प्रबंधन अगर विजय शंकर को बाहर करने का फैसला करता है तो ही पंत को टीम में जगह मिल सकती है.
वेस्टइंडीज (West indies) की टीम में काफी तेज गेंदबाज हैं और ऐसे में महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को स्ट्राइक रोटेट करने में आसानी हो सकती है क्योंकि वह धीमे गेंदबाजों के खिलाफ सहज होकर नहीं खेल पा रहे हैं. पिछले मैच में अफगानिस्तान के धीमे गेंदबाजों ने इसका काफी फायदा उठाया था. आईपीएल (IPL) में महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की बल्लेबाजी और भारत के लिए 50 ओवर के प्रारूप में उनके प्रदर्शन में अंतर को लेकर काफी बहस हो रही है.
चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेलते हुए महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने भारत के एक अनुभवहीन घरेलू गेंदबाज को निशाना बनाया जबकि बड़े अंतरराष्ट्रीय नामों के खिलाफ सुरक्षित क्रिकेट खेला. लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करने के दौरान उन्होंने कागिसो रबाडा या जोफ्रा आर्चर जैसे गेंदबाजों के खिलाफ कोई जोखिम नहीं उठाया जबकि अन्य गेंदबाजों के खिलाफ रन जुटाए.
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टीम को महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की रणनीति और तेजतर्रार विकेटकीपिंग की जरूरत है और ऐसे में कप्तान और कोच को उनकी भूमिका पर काफी माथापच्ची करनी होगी. दूसरी तरफ पाकिस्तान के खिलाफ शानदार शुरुआत के बावजूद वेस्टइंडीज (West indies) की टीम विश्व कप (World Cup) में सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है लेकिन टीम टूर्नामेंट का सकारात्मक अंत करना चाहेगी. आंद्रे रसेल पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण बाहर हो गए हैं और इससे टीम को बड़ा झटका लगा है. टीम के तेज गेंदबाजी विभाग ने हालांकि बेहतरीन क्षमता दिखाई है.
विंडीज टीम के शेल्डन कॉटरेल और ओशेन थॉमस की युवा तेज गेंदबाजी जोड़ी ने काफी प्रभावित किया है. कोहली और उप कप्तान रोहित शर्मा काफी अच्छी फॉर्म में हैं और ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों और वेस्टइंडीज (West indies) के गेंदबाजों के बीच अच्छा संघर्ष देखने को मिल सकता है. ‘यूनिवर्स बॉस’ क्रिस गेल से अब भी बड़ी पारी का इंतजार है और कोहली उम्मीद कर रहे होंगे कि कल होने वाले मैच में ऐसा नहीं होगा.
गेल के खिलाफ जसप्रीत बुमराह का शुरुआती स्पैल मैच की रूपरेखा तैयार कर सकता है जबकि वेस्टइंडीज (West indies) के मध्यक्रम को कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की चुनौती का सामना करना होगा. न्यू जीलैंड के खिलाफ कार्लोस ब्रैथवेट ने शानदार पारी खेली और वेस्टइंडीज (West indies) को जीत की दहलीज पर ले गए थे. ब्रैथवेट हालांकि धीमे गेंदबाजों के खिलाफ सहज नजर नहीं आते.
Source : PTI