बेहतरीन फॉर्म में चल रही भारतीय टीम गुरुवार को आईसीसी (ICC) विश्व कप (World Cup)-2019 के अपने अगले मैच में ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर वेस्टइंडीज (West indies) से भिड़ेगी जो विश्व कप (World Cup) में आई थी नए तेवरों के साथ लेकिन कई हार के बाद अब आत्मविश्वास की कमी से जूझ रही है. भारतीय टीम अभी तक अजेय है और इसी क्रम को वह विंडीज के खिलाफ भी बरकरार रखना चाहेगी. पहले तीन मैच आसानी से जीतने बाद भारत को हालांकि अपने पिछले मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ मशक्कत करनी पड़ी थी लेकिन मोहम्मद शमी की आखिरी ओवर में लगाई गई हैट्रिक से भारत ने क्रिकेट के महाकुंभ में अपनी चौथी जीत दर्ज कर ली थी.
भुवनेश्वर के चोटिल होने के बाद टीम में आए शमी का वेस्टइंडीज (West indies) के खिलाफ भी खेलना तय माना जा रहा है क्योंकि भुवनेश्वर की चोट को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं हैं. उन्होंने हालांकि मंगलवार को फीजियो की देखरेख में तकरीबन आधे घंटे तक अभ्यास जरूर किया था लेकिन टीम प्रबंधन भुवनेश्वर को लेकर किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहेगा. इसलिए शमी और जसप्रीत बुमराह के ऊपर वेस्टइंडीज (West indies) के तूफानी बल्लेबाजी क्रम को रोकने का जिम्मा होगा.
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भारत के खिलाफ अहम मैच से पहले विंडीज को एक झटका लगा है. उसके स्टार खिलाड़ी आंद्रे रसेल विश्व कप (World Cup) से बाहर हो गए हैं. रसेल ने अभी तक विश्व कप (World Cup) में वैसा प्रदर्शन नहीं किया था जिसके लिए वो जाने जाते हैं लेकिन फिर भी वह जिस स्तर के खिलाड़ी हैं, वह किसी भी समय फॉर्म में आकर मैच का रुख बदल सकते हैं. विंडीज के पास रसेल जैसे कुछ और खिलाड़ी हैं जिनसे भारत को बच कर रहना होगा.
कार्लोस ब्रैथवेट उनमें से एक नाम है. ब्रैथवेट ने ही न्यूजीलैंड के खिलाफ विंडीज को जीत के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया था. लेकिन जिस अंदाज में उन्होंने पांच रन दूर रहते गलती की और टीम को उसकी वजह से हार झेलनी पड़ी, इस तरह की गलती न सिर्फ ब्रैथवेट बल्कि पूरी टीम करने से बचेगी.
डीज के पास क्रिस गेल, शाई होप, शिमरोन हेटमायेर और कप्तान जेसन होल्डर भी हैं जो बड़ी पारियां और तेजी से रन बनाने का दम रखते हैं.
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वहीं अगर भारतीय गेंदबाजों की बात की जाए तो शमी और बुमराह का सामना करना तो विंडीज के लिए मुश्किल होगा ही, उसे मध्य में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की स्पिन जोड़ी से भी बचना होगा. स्पिन पर वैसे भी विंडीज की कमजोरी जगजाहिर है.
वेस्टइंडीज (West indies) की गेंदबाजी भी इस टूर्नामेंट में अच्छा कर रही है, खासकर शेल्डन कॉटरेल. वह बेहतरीन फॉर्म में हैं. उनके अलावा ओशाने थॉमस, शेनन गैब्रिएल, कप्तान होल्डर और ब्रैथवेट भी अच्छी लय में हैं. बस देखना यह होगा कि भारत के मजबूत बल्लेबाजी क्रम के आगे यह किस हद तक अपनी अच्छी लय को कायम रख पाते हैं.
अगर भारतीय बल्लेबाजी की बात की जाए तो उसके लिए सब कुछ ठीक है, सिवाए नंबर-4 की समस्या के. विजय शंकर को दो मैचों में इस स्थान पर मौका दिया गया है लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाए. हो सकता है वेस्टइंडीज (West indies) के खिलाफ भारत इस नंबर पर युवा ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक को आजमाए.
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अफगानिस्तान के खिलाफ एक बार फिर भारत की मध्य क्रम की चिंता सामने आई थी. लंबे अरसे से देखा गया है कि अगर भारत के शीर्ष-3 बल्लेबाजों में से कोई एक भी टिक नहीं पाता तो भारत बड़ा स्कोर नहीं कर पाता. अफगानिस्तान के खिलाफ भी यही देखा गया था. विंडीज की कोशिश भी यही होगी भारत के शीर्ष तीन- रोहित शर्मा, लोकेश राहुल और विराट कोहली को जल्दी पवेलियन भेजा जाए.
टीमें :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, लोकेश राहुल, मोहम्मद शमी, विजय शंकर, रोहित शर्मा, कुलदीप यादव.
वेस्टइंडीज (West indies) : जेसन होल्डर (कप्तान), क्रिस गेल, इविन लुइस, डारेन ब्रावो, शिमरोन हेटमायेर, एशले नर्स, फाबियान एलेन, कार्लोस ब्रैथवेट, निकोलस पूरन (विकेटकीपर), शाई होप (विकेटकीपर), केमर रोच, ओशाने थॉमस, शेनन गैब्रिएल, शेल्डन कॉटरेल, सुनील एम्ब्रीस.
Source : IANS