वर्ल्ड कप 2019 (Cricket World Cup 2019) में ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर 16 जून यानी रविवार को क्रिकेट के इस महाकुंभ का महामुकाबला है. भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व कप में होने वाले मैच के क्या मायने होते हैं इस बात को क्रिकेट के भगवान से बेहतर कौन जान सकता है. भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व कप में छह मैच खेले हैं जिसमें से सचिन ने पांच में हिस्सा लिया है. विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की 6 जीत में 3 बार सचिन तेंदुलकर नायक रहे हैं. अपनी शानदार बल्लेबाजी की बदौलत तेंदुलकर ने टीम इंडिया को जीत का स्वाद चखाया. इनमें पहली जीत भी शामिल है.
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सचिन ने 1992, 1996, 1999, 2003, 2011 में विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेले हैं. पाकिस्तान की टीम का वर्ल्ड कप में भारत (IND Vs Pak) के खिलाफ 0-6 का है. 1992 से लेकर 2015 तक के सात विश्व कप में पाकिस्तान को हर बार टीम इंडिया ने धूल चटाई है. इस शानदार रिकॉर्ड में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की भूमिका अहम है.
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सचिन का कहना है कि 2011 में विश्व कप जीतने के बाद उनकी जिंदगी में 2003 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया मैच उनके पसंदीदा विश्व कप मैचों में से एक है. सचिन ने उस मैच में 98 रनों की पारी खेली थी.
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सचिन ने आईएएनएस से कहा, "2011 में विश्व कप जीतने के बाद अगर कोई यादगार पल है तो वो है 2003 में पाकिस्तान के खिलाफ सेंचुरियन में खेला गया मैच. उस मैच को लेकर जो माहौल बना था और हम जिस तरह से खेले और जीते थे वो शानदार था. साथ ही हमने जिस तरह से उस जीत का जश्न मनाया था और उसके बाद हम टूर्नामेंट में जिस तरह से आगे बढ़े थे वो बेहतरीन था, इसमें कोई शक नहीं है, वो विशेष है. "
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सचिन ने उस मैच में 75 गेंदों पर 98 रनों की पारी खेली थी. सचिन ने उस मैच में बेहतरीन बल्लेबाजी की थी और वसीम अकरम, वकार यूनिस, शोएब अख्तर जैसे दिग्गज गेंदबाजों पर खूब रन बटोरे थे. सचिन को इस पारी के लिए मैन ऑफ द मैच मिला था.
सचिन के लिए हालांकि उस पुरस्कार से ज्यादा वो खुशी मायने रखती है जो उन्होंने प्रशंसकों के चेहरे पर देखी थी. सचिन ने कहा, "पूरा देश जश्न मना रहा था और मुझे याद है कि उस समय मेरे कई दोस्त मुझे फोन कर रहे थे और पटाखों, प्रशंसकों की आवाजें सुना रहे थे. हर कोई जश्न मना रहा था. "