विश्व कप के अपने पहले ही मैच में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रिका के बल्लेबाजों का खुलकर खेलने नहीं दिया. नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रह और इसका असर ये हुआ कि साउथ अफ्रीका 227 रन ही बना सकी. आइए जानें भारतीय गेंदबाजों ने कैसे साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों का बोरिया बिस्तर समेटा...
46 से 50 ओवरः भुवी का कमाल और मोरिस का जलवा
पारी के आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर भुवनेश्वर कुमार ने साउथ अफ्रीका को आठवां झटका दिया. दूसरी ही गेंद पर संकट मोचक मोरिस को पवेलियन की राह दिखाई. भुवनेश्वर कुमार को यह पहला विकेट मोरिस के रूप में मिला. इसी ओवर में भुवी ने एक और विकेट झटका. 9वें विकेट के रूप में ताहिर पवेलियन लौटे. रबाडा नाबाद 31* (35) रहे. साउथ अफ्रीका ने इंडिया को जीत के लिए 228 रन का लक्ष्य दिया है. 47वें ओवर में दक्षिण अफ्रीका के लिए संकट मोचक बने मोरिस ने बुमराह के इस ओवर की दूसरी गेंद पर चौका जड़ा.
41 से 45 ओवर के बीच मोरिस ने दिखाया दम
45 वें ओवर तक मोरिस 29 (22) और रबाडा 12(19) रन बनाकर क्रीज पर थे. 42वें ओवर में यजुवेंद्र चहल की पहली ही गेंद पर सी मोरिस ने शानदार छक्का जड़ दिया. इस ओवर में चहल ने कुल 9 रन दे दिए.
36 से 40 ओवर के बीच की कहानी: चहल ने निकाल दिया तेल
मैच का 40वां ओवर लेकर आए चहल ने अपनी चौथी गेंद पर फेलुक्चायो को धोनी के हाथों स्टंप कराकर पवेलियन की राह दिखाई. 36वें ओवर में एक बार फिर चहल ने अपनी फिरकी पर साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों को नाचने पर मजबूर कर दिया. इस ओवर की तीसरी गेंद पर मिलर को काट एंड बोल्ड कर साउथ अफ्रीका को छठा झटका दिया.
31 से 35 ओवर की कहानी
इन पांच ओवरों में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने काफी कसी हुई गेंदबाजी की. केवल 11 रन दिए. 35 वें ओवर में भुवी ने 2 रन दिए. 34वेंओवर में केदार जाधव ने 5 रन. 33वें ओवर में भुवी ने इस ओवर में केवल 3 रन दिए. 32वें ओवर में केदार जाधव के 1 रन और 31 वां ओवर जसप्रीत बुमराह ने मेडन डाला.
ऐसे गिरे विकेट
- अमला 9 गेंद पर 6 रन बनारकर आउट हुए. बुमराह की गेंद पर रोहित शर्मा ने दूसरी स्लिप पर उनका कैच पकड़ा. अमला जब आउट हुए तब दक्षिण अफ्रीका के 3.2 ओवर में 11 रन थे.
- डीकॉक ने 17 गेंद पर 10 रन बनाए. बुमराह की गेंद को कट करने की कोशिश में थर्ड स्लिप पर विराट कोहली ने उनका कैच पकड़ा. डीकॉक के आउट होने के समय दक्षिण अफ्रीका के 5.5 ओवर में 24 रन थे.
- डुसेन ने 37 गेंद पर 22 रन बनाए. उन्होंने चहल की गेंद पर रिवर्स स्विप की कोशिश की. हालांकि, वे सफल नहीं हुए और गेंद लेग स्टम्प पर जा लगी. डुसेन जब आउट हुए तब टीम के 19.1 ओवर में 78 रन थे.
- डुप्लेसिस 54 गेंद पर 38 रन बनाकर आउट हुए. उन्होंने चहल की गेंद को सीधा खेलने की कोशिश की. लेकिन गेंद बैट और पैड के बीच से होते हुए विकेट से जा टकराई. डुप्लेसिस के आउट होने के समय दक्षिण अफ्रीका के 20 ओवर में 80 रन थे.
- डुमिनी ने 11 गेंदें खेलीं, लेकिन 3 रन ही बना पाए. कुलदीप की अपील पर अंपायर ने डुमिनी को एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया. डुमिनी फैसले से अंसतुष्ट दिखे. उन्होंने रिव्यू लिया. हालांकि, थर्ड अंपायर ने मैदानी अंपायर के फैसले को सही ठहराया. डुमिनी जब पवेलियन लौटे तब दक्षिण अफ्रीका के 23 ओवर में 89 रन थे.
- मिलर ने 40 गेंद पर 31 रन बनाए. उन्होंने 35वें ओवर की तीसरी गेंद पर शॉट लगाने की कोशिश की, लेकिन चहल ने फॉलोथ्रू में उनका कैच पकड़ लिया. मिलर के आउट होने के समय उनकी टीम का स्कोर 135 रन था.
- एंडिले फेहलुकवायो 34 रन बनाकर पवेलियन लौटे. वे चहल का चौथा शिकार बने. उन्होंने शॉट लगाने की कोशिश की, लेकिन चहल की गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेते हुई विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में पहुंच गई. इस बीच फेहलुकवायो क्रीज से बाहर निकल चुके थे, ऐसे में धोनी ने उन्हें स्टम्प करने में कोई गलती नहीं की. फेहलुकवायो के आउट होने के समय दक्षिण अफ्रीका के खाते में 39.3 ओवर में 158 रन थे.
- पारी के आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर भुवनेश्वर कुमार ने साउथ अफ्रीका को आठवां झटका दिया. दूसरी ही गेंद पर संकट मोचक मोरिस को पवेलियन की राह दिखाई. भुवनेश्वर कुमार को यह पहला विकेट मोरिस के रूप में मिला. इसके बाद इमरान ताहिर भी चलते बने.
Source : DRIGRAJ MADHESHIA