आईसीसी विश्व कप-2019 (ICC World Cup 2019)में मंगलवार को भारत का सामना न्यूजीलैंड से होना है. क्रिकेट पंडितों का मानना है कि भारत के लिए यह मैच आसान है, लेकिन टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) (Virat Kohli) का कहना है कि उनकी टीम जब भी मैदान पर उतरती है उस पर उम्मीदों का दबाव होता है चाहे सामने कोई भी टीम हो. कोहली (Virat Kohli) ने कहा कि भारतीय टीम ने कभी यह नहीं सोचा कि यह आसान मैच है.
कोहली (Virat Kohli) ने सेमीफाइनल (World cup Semi final)मैच से पहले पूर्व संध्या पर कहा, "मुझे याद नहीं कि आखिरी बार मैंने कब मैदान पर यह सोचते हुए कदम रखा था कि इस मैच में कुछ भी हो उससे फर्क नहीं पड़ता. भारतीय टीम के लिए स्टेडियम हमेशा फुल रहते हैं और लोगों को उम्मीदें होती हैं कि हम अच्छा करेंगे. इसके साथ दबाव होता है, साथ ही मौका भी. इसलिए जैसा मैंने कहा कि हम इस तरह की स्थितियों में खेलने के आदी हैं. "
यह भी पढ़ेंः World Cup: रोहित शर्मा जब तक भारत को विश्व कप न जीता दें, तब तक यूं ही चलती रहेगी गेंदबाजों की धुनाई
कोहली (Virat Kohli) ने कहा, "लेकिन मुझे लगता है कि विश्व कप का नॉकआउट मैच मैदान के बाहर काफी उत्साह लेकर आता है. यहां द्विपक्षीय सीरीज के मुकाबले माहौल अलग होने वाला है. इसलिए हमारी कोशिश इसे अपने अंदर उतारने की और उस चुनौती का सामना करने की है जो हमारे अलग टीम बनने की राह में है. "
यह भी पढ़ेंः रायशुमारीः विश्व कप के फाइनल में पहुंचेगी टीम इंडिया, सामने होगी ये टीम
कोहली (Virat Kohli) ने कहा, "आपको मैच जीतने के लिए अच्छी क्रिकेट खेलनी होती है और इस विश्व कप में हमारा ध्यान इसी पर था और मुझे नहीं लगता कि हम इसमें बदलाव करेंगे क्योंकि यह नॉकआउट मैच है. यह जरूरी है कि हम इसे क्रिकेट के मैच की तरह ही देखें और जो जरूरी है वो करें. " उम्मीदों के साथ दबाव आता है और कोहली (Virat Kohli) कहते हैं कि उनकी टीम इसके लिए तैयार है.
यह भी पढ़ेंः रोचक तथ्य : World Cup 2019 में 250 से ज्यादा रन जीत की गारंटी, जानें कैसे
उन्होंने कहा, "जब आप इस तरह के टूर्नामेंट में यहां तक आते हो और फिर विफल हो जाता है तो हर किसी को निराशा होती है, लेकिन भारतीय टीम हमेशा से दबाव लेकर चलती है चाहे हम जहां भी खेलें. ईमानदारी से कहूं तो हम इसके आदी हो गए हैं. "
यह भी पढ़ेंः IND Vs NZ: इस विश्व कप में न्यूजीलैंड से हर क्षेत्र में भारी रही टीम इंडिया, लेकिन डराता है इतिहास
भारत का यह विश्व कप में लगातार तीसरा फाइनल है. इससे पहले वो 2011 और 2015 में सेमीफाइनल (World cup Semi final)में पहुंची थी. 2011 में वो विजेता बनी थी तो वहीं 2015 में आस्ट्रेलिया ने उसका रास्ता रोक दिया था. कोहली (Virat Kohli) ने कहा कि इस टूर्नामेंट में आने के बाद से उनकी टीम का पहला लक्ष्य सेमीफाइनल (World cup Semi final)में जगह बनाना था.
यह भी पढ़ेंः World Cup:विराट कोहली (Virat Kohli) (Virat Kohli) का दिल मांगे मोर, रोहित शर्मा से दो और शतक की उम्मीद
उन्होंने कहा, "जाहिर सी बात है बीते दो सेमीफाइनल (World cup Semi final)का परिणाम काफी अलग था. मोहाली में जब हम सेमीफाइनल (World cup Semi final)जीते थे तो वह मेरा पहला विश्व कप था. हमने फाइनल में जगह बनाई थी. उस समय हम घर में खेल रहे थे. 2015 में ज्यादा परिपक्व हो गया था, लेकिन टीम का सेमीफाइनल (World cup Semi final)से आगे न जाना निराशाजनक था. "
यह भी पढ़ेंः World Cup: सेमीफाइनल (World cup Semi final)की रेस से बाहर होने के बावजूद पाकिस्तान को मिलेंगे करोड़ों रुपये, जानें कैसे
उन्होंने कहा, "इस बार, चूंकि प्रारूप अलग है, हम समझते हैं कि टूर्नामेंट लंबा है और खिलाड़ियों ने काफी मेहनत की है. ऐसे में जब आपको पता चलता है कि आपने इस टूर्नामेंट का अपना पहला लक्ष्य-सेमीफाइनल (World cup Semi final)में पहुंचाना, हासिल कर लिया है तो इससे आपको काफी ऊर्जा मिलती है. "