Sachin Tendulkar: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 25 जून का दिन काफी ऐतिहासिक है. 41 साल पहले भारतीय टीम ने कपिल देव की अगुआई में लॉर्ड्स में तब की सबसे मजबूत और खतरनाक टीम वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार विश्व कप का खिताब जीता था. भारत की इस खिताबी जीत ने देश में क्रिकेट के जुनून को बढ़ा दिया और उसी जुनून का परिणाम है कि आज भारतीय टीम दुनिया की सबसे मजबूत टीमों में से एक है. भारत की पहली विश्व कप जीत की 41 वीं वर्षगांठ पर क्रिकेटरो ने अपनी अपनी तरह से उस विजयी लम्हे को याद किया है. दिग्गज भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी सोशल मीडिया पर अपनी 1983 की जीत को याद करते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं.
सचिन तेंदुलकर ने याद किया 41 साल पहले का रोमांच
1983 में मिली पहली विश्व कप विजय के 41 साल पूरे होने पर सचिन तेंदुलकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, मुझे अच्छी तरह याद है, 41 साल पहले की वो रात जब भारत 1983 में विश्व कप जीता था. मेरी बिल्डिंग और पड़ोस में अविश्वनिय नजारा था. लोग सड़कों पर नाच रहे थे, आसमान में पटाखे फूट रहे थे. सबकुछ एक जादु की तरह था. भारत में किसी को यकीन नहीं था कि हम विश्व कप जीत गए हैं. हर जगह मिठाइंया बंट रही थी. हमने इतिहास रच दिया था. सचिन ने पूर्व में दिए अपने बयानों में कई बार ये कहा कि उन्हें क्रिकेटर बनाने में भारत की 1983 विश्व कप जीत का अहम योगदान रहा था.
ऐसा रहा था मुकाबला
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीकांत के 38, संदीप पाटिल के 27 और मोहिंदर अमरनाथ के 26 रन की बदौलत 183 रन बनाए थे. 184 रन का लक्ष्य हासिल करने उतरी वेस्टइंडीज 140 पर सिमट गई थी और 43 रन से मैच हार गई थी. विव रिचर्ड्स ने सर्वाधिक 33 रन बनाए थे. भारत के लिए मदन लाल और मोहिंदर अमरनाथ ने 3-3 विकेट लिए थे. भारत तब दुनिया की सबसे कमजोर जबकि वेस्टइंडीज सबसे मजबूत टीम थी. इसलिए भारतीय टीम की ये जीत अविश्वनिय रही थी.
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Source : Sports Desk