आईसीसी वर्ल्ड कप-2019 खिताब की प्रबल दावेदार टीम इंडिया का सफर इस तरह खत्म होगा, किसी को अंदाजा नहीं था. सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड की धारदार गेंदबाजी के आगे टीम इंडिया बिखर सी गई. दुनिया की सबसे बेहतरीन बल्लेबाजी में शुमार टीम इंडिया के धुरंधरों की ऐसी स्थिति हो गई कि टॉप के तीन बल्लेबाज एक-एक रन बनाकर पवेलियन लौट चुके थे. दो दिन तक खेले गए इस मैच में पहले दिन से ही टीम इंडिया के प्रशंसक इतरा रहे थे. प्रशंसकों की खुशी टीम इंडिया के गेंदबाजों ने और बढ़ा दी थी और दो दिन तक खेले मैच में 239 रन पर कीवी टीम को ढेर कर दिया था. पूरे देश को भरोसा था कि 240 रनों का लक्ष्य टीम इंडिया आसानी से पा लेगी पर मैच शुरू होते ही 130 करोड़ देशवासियों का सपना टूटता चला गया. आइए देखते हैं टीम इंडिया ने कीवी टीम के खिलाफ क्या गलतियां कीं...
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फ्लॉप टॉप ऑर्डर
बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया के सामने 240 रनों का लक्ष्य काफी छोटा माना जा रहा था. टीम इंडिया को 4.78 के रन रेट से रन बनाने थे. लेकिन टीम का फ्लॉप टॉप ऑर्डर बिखर गया. एक समय टीम 5 रनों के स्कोर पर 3 विकेट गंवा चुकी थी. 24 रन के स्कोर पर टीम को चौथा झटका लगा. इसके बाद टीम इंडिया पूरे मैच में दबाव में रही.
पंत-पंड्या का गलत शॉट सेलेक्शन
एक समय टीम इंडिया 24 रन पर 4 विकेट गंवा चुकी थी. इसके बाद ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या ने मिलकर 47 रन जोड़े, लेकिन सेंटनर की गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश में पंत बाउंड्री के पास कैच आउट हो गए. जल्दबाजी में खेले गए शॉट के चलते उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा. उसी तरह पंड्या ने भी गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर विकेट गंवा दिया. उस समय टीम इंडिया को 118 गेंदों में 148 रन बनाने थे. सेंटनर की पैरों पर डाली गई गेंद को मारने के चक्कर में वे कप्तान विलिम्सन को कैच थमा बैठे.
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नेचुरल खेल नहीं खेले महेंद्र सिंह धोनी
पूरे वर्ल्ड कप में धीमी बल्लेबाजी के कारण महेंद्र सिंह धोनी आलोचकों के निशाने पर रहे. कीवी टीम के खिलाफ 69.44 की स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 72 गेंदों में 50 रन बनाए. वहीं, दूसरे छोर से जडेजा बड़े शॉट लगाते रहे, लेकिन धोनी की धीमी बल्लेबाजी का असर जडेजा पर भी पड़ा और वो दबाव में आकर बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में कैच आउट हो गए. उसके बाद महेंद्र सिंह धोनी भी रनआउट होकर चलते बने. धोनी के पिच पर रहते चमत्कार की उम्मीद थी पर उनके आउट होते ही भारत का सपना अधूरा रह गया. विकेटों के बीच दौड़ लगाने में माहिर माही मार्टिन गप्टिल के सीधे थ्रो पर रन आउट हो गए.
टीम इंडिया की खराब फील्डिंग
कीवी टीम के खिलाफ टीम इंडिया ने बेहद खराब फील्डिंग की. कई रन आउट के मौके छोड़े, इसमें कोहली और जडेजा जैसे सटीक निशाना लगाने वाले खिलाड़ी भी थे, जो विकेट को हिट करने से चूक गए. कई खिलाड़ी चौके रोकने में नाकाम रहे. खराब फील्डिंग के चलते चहल ने सोशल मीडिया पर उनकी जमकर खिंचाई की.
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चहल का महंगा 44वां ओवर
कीवी टीम की बैटिंग के समय युजवेंद्र चहल का एक ओवर भारी पड़ गया. 44वें ओवर में चहल ने 18 रन लुटा दिए. चहल के इस ओवर में 1 छक्का और 2 चौके पड़े. यहीं से न्यूजीलैंड की टीम को रफ्तार मिली और न्यूजीलैंड ने 4 विकेट गिरने के बाद भी 7 ओवर में 60 रन बना डाले.
गलत समय पर डीआरएस
पहले गेंदबाजी कर रही टीम इंडिया ने भुवनेश्वर कुमार की पहली ही गेंद पर एलबीडब्ल्यू की अपील की. अंपायर ने नकार दिया तो कोहली ने डीआरएस का इस्तेमाल किया, लेकिन रिव्यू में क्लीयर हो गया कि गेंद स्टंप को हिट नहीं कर रही थी. इस तरह पहली ही गेंद पर टीम इंडिया ने डीआरएस खो दिया. इसका सही समय पर इस्तेमाल किया जा सकता था.
HIGHLIGHTS
- दो दिन तक खेले गए मैच में कीवियों ने टीम इंडिया को दी मात
- टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर आसान लक्ष्य के आगे बिखर गया
- धोनी का रनआउट होना खल गया, जाडेजा भी दे बैठे आसान कैच