Akshay Kumar Save Delhi Capitals In IPL 2009 : दुनिया की सबसे अमीर फ्रेंचाइजी लीग आईपीएल के आने के बाद से क्रिकेट और बॉलीवुड का रिश्ता और भी गहरा हो गया है. IPL 2008 से ही तमाम फ्रेंचाइजियों के साथ कई फिल्मी सितारे जुड़े. मगर, अब टीम इंडिया के पूर्व मैनेजर अमृत माथुर ने फ्रेंचाइजी दिल्ली डेयरडेविल्स से जुड़ा एक पुराना किस्सा बताया है, जिसे जानकर आपको भी शौक लग जाएगा. उन्होंने खुलासा किया है कि, IPL 2009 में दिल्ली की टीम को बचाने के लिए अक्षय कुमार ने करोड़ों का नुकसान झेला था.
पूरा मामला क्या है?
IPL 2009 में दिल्ली डेयरडेविल्स, जिसे अब दिल्ली कैपिटल्स के नाम से जानते हैं, उसने अक्षय कुमार को अपने साथ जोड़ा था. तब फ्रेंचाइजी के CEO अमृत माथुर थे. उन्होंने अपनी किताब ‘पिचसाइड: माई लाइफ इन इंडियन क्रिकेट’ में अक्षय कुमार को लेकर एक ऐसी बात लिखी है, जिसे जानकर आप एक बार फिर खिलाड़ी कुमार के फैन हो जाएंगे. दरअसल, दिल्ली ने अक्षय कुमार के साथ 3 साल का कॉन्ट्रैक्ट किया था.
इस बीच अभिनेता का फ्रेंचाइजी के साथ प्रमोशनल फिल्में शूट करना, मीट एंड ग्रीट इवेंट्स में शामिल होना और कॉर्पोरेट इवेंट्स शामिल थे. इतने बड़े एक्टर के साथ उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट तो कर लिया, लेकिन समझ नहीं पाए कि, इसे पब्लिसिटी के लिए कैसे इस्तेमाल करना है. नतीजन, फ्रेंचाइजी को इससे करोड़ों का घाटा हो गया था. इसके बाद फ्रेंचाइजी ने अक्षय कुमार से कॉन्ट्रैक्ट तोड़ने का फैसला किया, मगर ये नियमों के तहत संभव नहीं था. लेकिन, एक्टर ने अपना बड़ा दिल दिखाया और भारी नुकसान के बाद टीम को टूटने से बचाया.
अक्षय कुमार ने कर दिया था हैरान
माथुर ने बताया है कि, ‘अक्षय कुमार के साथ हुए कॉन्ट्रैक्ट में बाहर निकलने का दिल्ली डेयरडेविल्स के पास कोई रास्ता नहीं था. तब फ्रेंचाइजी के वकीलों ने अक्षय के इम्प्लॉइज के साथ दोबारा कॉन्ट्रैक्ट पर बात करने की कोशिश की, लेकिन इसका फायदा नहीं हो पाया. लंबे खर्चे को देखते हुए अक्षय को टालना ही उनके पास एकमात्र रास्ता था. टीम को मालूम चल गया था कि वो लीगली अक्षय से जीत नहीं पाएंगे. तब मैं पर्सनली उनसे मिलने उनकी वैनिटी वैन में गया. मैंने बहुत ही सरल शब्दों में उन्हें अपने आने की वजह और फ्रेंचाइजी के नुकसान के बारे में डीटेल में बताया."
इसपर अक्षय कुमार ने जवाब देते हुए कहा, कोई बात नहीं, अगर ये प्लान काम नहीं कर रहा है तो इस डील को क्लोज कर दें. मुझे उनकी बातें सुनकर एक को तो विश्वास ही नहीं हुआ. मुझे कंफ्यूज देखकर उन्होंने खुद ही फिर कहा, ‘इसको खत्म कर देते हैं.’ फिर जब मैंने उनको नियमों के बारे में बताया तो उन्होंने कहा, ‘कोई बात नहीं मैं अपने वकील से इस बारे में बात कर लूंगा.’
Source : Sports Desk