दुनिया की सबसे बड़ी लीगों में से एक आईपीएल का 13वां सीजन (IPL 13) शुरू होने में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है. पहला मैच 19 सितंबर को शाम साढ़े सात बजे से खेला जाएगा, यानी अब मात्र तीन ही दिन का वक्त बचा हुआ है. इससे पहले तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. टीमें जहां तैयारियों में जुटी हैं, वहीं बीसीसीआई (BCCI) ने मैच के दौरान सट्टेबाजी को रोकने के पुख्ता इंतजाम किए हैं. बीसीसीआई ने इस बार ब्रिटेन की कंपनी स्पोर्टरडार (Sporterdar) से करार किया है.
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भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल के दौरान सट्टेबाजी और बाकी भ्रष्ट गतिविधियों को रोकने ले लिए ब्रिटेन स्थित कंपनी स्पोर्टरडार के साथ करार किया है, जो अपनी धोखाधड़ी जांच प्रणाली (एफडीएस) के जरिये सेवाएं देगी. आईपीलए का 13वां सीजन खाली स्टेडियमों में खेला जाएगा और ऐसे में अजित सिंह की अगुवाई वाली बीसीसीआई भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) के सामने एक अलग तरह की चुनौती होगी क्योंकि कुछ राज्यस्तरीय लीग के दौरान सट्टेबाजी से जुड़ी धोखाधड़ी बढ़ी है. आईपीएल के दौरान इसके बढ़ने की आशंका है. आईपीएल के एक सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा कि हां, बीसीसीआई ने इस साल के आईपीएल के लिए स्पोर्टरडार के साथ करार किया है. वे एसीयू के साथ मिलकर काम करेंगे और अपनी सेवाएं देंगे.
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उन्होंने कहा कि स्पोर्टरडार ने हाल में गोवा फुटबाल लीग के आधा दर्जन मैचों को संदेह के घेरे में रखा था. वे फीफा (विश्व फुटबॉल संस्था), यूएफा (यूरोपीय फुटबॉल की संस्था) और विश्व भर की विभिन्न लीग के साथ काम कर चुके हैं. बीसीसीआई एसीयू ने हाल में तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) सहित राज्यस्तरीय टी20 लीग के दौरान सट्टेबाजी के अलग तरह के नमूनों का पता लगाया था. अलग तरह के दांव लगाए जाने के कारण एक प्रमुख सट्टा कंपनी ने दांव लगवाना बंद कर दिया थाण् स्पोर्टरडार के अनुसार धोखाधड़ी जांच प्रणाली (एफडीएस) एक विशिष्ट सेवा है जो खेलों में सट्टेबाजी से संबंधित हेराफेरी का पता लगाती है. यह इसलिए संभव हो पाता है क्योंकि एफडीएस के पास मैच फिक्सिंग के उद्देश्य से लगाए जाने वाली बोलियों को समझने के लिए उपयुक्त प्रणाली है.
Source : Bhasha