Cheerleader Salary In IPL : दुनिया की सबसे अमीर फ्रेंचाइजी लीग आईपीएल की शुरुआत 2008 में हुई, जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. इसके अलावा, इस टूर्नामेंट में चीयरलीडर्स ने भी सभी को अपनी ओर आकर्षित किया. मैच के दौरान चौके-छक्के लगने पर खूबसूरत महिलाओं का सेलिब्रेशन फैंस को काफी पसंद आता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इन चीयरलीडर्स की सैलरी कितनी होती है? और चीयरलीडर्स बनने के लिए क्या पैमाने तय हैं? आइए आज आपको इस टॉपिक के बारे में बताते हैं...
कब और कहां से हुई शुरुआत?
माना जाता है कि इस प्रोफेशन की शुरुआत अमेरिका से हुई थी. शुरुआत में देखा जाता था कि अमेरिकी लड़कियों की चीयरलीडिंग में काफी डिमांड रहती थी. इसकी कई वजहें थीं, जिसमें उनका खूबसूरत और अट्रैक्टिव होना भी शामिल था. इंटरनेट पर दी गई जानकारी के अनुसार, 1898 में एक फुटबॉल मिैच के दौरान पहली बार चियरलीडर्स का इस्तेमाल किया गया था. लेकिन, शायद आपको जानकर हैरानी हो कि तब चीयरलीडर्स का काम लड़कियां नहीं बल्कि लड़के किया करते थे. जी हां, मिली जानकारी के हिसाब से 1923 तक इस प्रोफेशन में लड़के ही टीमों को चियर करने का काम करते थे.
IPL में है चीयरलीडर्स का काफी क्रेज
इंडियन प्रीमियर लीग लग्जरी से भरी हुई है. फिर चाहें वह क्रिकेटर्स को मिलने वाली सैलरी, उनकी जर्सी या फिर लग्जरी लाइफस्टाइल हो. IPL की शुरुआथ 2008 से हुई और तभी से इस लीग में विदेशी चीयरलीडर्स को शामिल किया गया. शुरुआत में तो टीमें फैंस के हौसले ऑफजाई को बढ़ाने के लिए चीयरलीडर्स को शामिल करते थे. लेकिन, वक्त के साथ चीयरलीडर्स आईपीएल का हिस्सा बन गईं. मैच के बीच विदेशी लड़कियों के मूव्स को फैंस काफी पसंद करते हैं. यही वजह है कि टूर्नामेंट की सभी टीमें इन्हें अपने साथ रखती हैं.
कितनी मिलती है आईपीएल में सैलरी?
चीयरलीडर्स को सैलरी के रूप में अच्छे - खासे पैसे मिलते हैं. लेकिन, इसके लिए कोई फिक्स सैलरी नहीं है बल्कि लड़कियों को अलग-अलग टीम द्वारा अलग-अलग पैसे मिलते हैं. रिपोर्ट्स की मानें, तो एक मैच के लिए चीयरलीडर्स को 14000 से 17000 तक मिलते हैं. इंटरनेट पर मिली जानकारी के अनुसार, मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीमें चीयरलीडर्स को एक मैच के लिए 20 हजार रुपये देती हैं. जबकि KKR 24 हजार रुपये प्रति मैच फीस देती है. चेन्नई सुपर किंग्स, पंजाब किंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद, दिल्ली कैपिटल्स की टीमें करीब 12 हजार रुपये प्रति मैच चीयरलीडर्स को देती हैं. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि कोलकाता नाइट राइडर्स ही चीयरलीडर्स पर सबसे अधिक खर्च करती है.
ऐसे होती है एक्स्ट्रा कमाई
सैलरी के अलावा, चीयरलीडर्स जिस टीम को सपोर्ट करती हैं, उसके जीतने पर उन्हें ईनाम के तौर पर ईनाम के तौर पर बोनस भी मिलता है. इतना ही नहीं रिपोर्ट्स की मानें, तो उन्हें पार्टी और फोटोशूट के लिए भी अलग से पैसे दिए जाते हैं. बता दें, ब्रिटेन, मैक्सिको, फांस, ब्राजील, यूक्रेन और साउथ अफ्रीका और अमेरिका से बुलाई जाती हैं.
कैसे बनते हैं चीयरलीडर?
भारत में तो कम लेकिन विदेशों में चीयरलीडर्स एक रिस्पेक्टेड प्रोफेशन माना जाता है. आपको बता दें, चीयरलीडर्स का चयन कई इंटरव्यू के आधार पर ही किया जाता है. इसके अलावा चीयरलीडर्स को डांसिंग, मॉडलिंग और कॉन्फिडेंस के साथ बड़े क्राउड के सामने परफॉर्म करने का एक्सपीरियंस होना चाहिए. यदि आप चीयरलीडर बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले तो आपके शरीर को लचीला होना चाहिए, ताकि आप किसी भी तरह के डांस को आसानी से कर सकें. बता दें, आईपीएल में चीयरलीडर्स को सेलिब्रिटी की तरह ट्रीट किया जाता है. फैंस उनके साथ सेल्फी भी लेना चाहते हैं.
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Source : Sports Desk