चेन्नई सुपर किंग्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स को छह विकेट से हरा दिया. कोलकाता ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 172 रन बनाए. चेन्नई ने यह लक्ष्य आखिरी गेंद पर हासिल कर लिया. चेन्नई के लिए ऋतुराज गायकवाड़ ने 53 गेंदों पर छह चौके और दो छक्कों की मदद से 72 रन बनाए. अंबाती रायडू ने 20 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्के की मदद से 38 रन बनाए. रवींद्र जडेजा ने 11 गेंदों पर दो चौके और तीन छक्के की मदद से नाबाद 31 रन बना टीम चेन्नई को जीत दिलाई. चेन्नई की इस जीत से मुंबई इंडियंस को फायदा हुआ है. वह प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर चुकी है. कोलकाता के लिए सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतरे नीतीश राणा ने बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली. लेकिन लगातार हार रही चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम कैसे जीत गई और केकेआर जो प्वाइंट्स टेबल में नंबर पांच पर थी, उसे किन कारणों से हार का सामना करना पड़ा. चलिए आपको बताते हैं मैच के 5 बड़े कारण.
- रविंद्र जडेजा की शानदार पारी
चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए इस मैच में छोटी लेकिन सबसे दमदार पारी रविंद्र जडेजा ने खेली. उन्होंने आखिरी गेंद पर छक्का मार कर अपनी टीम को जिताया. हालांकि जो मैच चेन्नई सुपरकिंग्स के हाथ से सरक रहा था, उसे रविंद्र जडेजा ने 19ओवर में ही अपने कब्जे में कर लिया, जब लॉकी फग्र्यूसन ओवर लेकर आए. सब कुछ अच्छा जा रहा था, लेकिन इस बीच लॉकी फग्र्यूसन ने एक नो बॉल डाल दी, इस पर दो रन आए और उसके बाद फ्री हिट पर रविंद्र जडेजा ने छक्का मार दिया. इस ओवर में सीएसके ने 20 बनाए और आखिरी ओवर में केवल 10 रन की ही जरूरत थी. चार गेंदें तो कमलेश नागरकोटी ने ठीक डाली, लेकिन पांचवीं गेंद पर रविंद्र जडेजा ने छक्का मारा और मैच टाई करा दिया, इसके बाद आखिरी गेंद पर भी उन्होंने छक्का मारा. - रितुराज गायकवाड की सधी हुई पारी
इस के मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से सलामी बल्लेबाज रितुराज गायकवाड ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया. रितुराज का आईपीएल 2020 में ये पांचवां मैच था, पहली तीन पारियों में जल्दी आउट हो गए थे, दो बार तो वे अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे. लेकिन पिछले मैच में रितुराज गायकवाड ने अर्धशतक जड़ा था. इस मैच में भी ऐसा ही कुछ देखने के लिए मिला. रितुराज गायकवाड के साथ बतौर ओपनर आए शेन वाटसन ने शुरुआत में कुछ अच्छे शॉट लगाए, लेकिन वे फार्म में नजर नहीं आ रहे थे. दोनों ने पहले विकेट के लिए 50 रनों की साझेदारी तो की, लेकिन इसी के तुरंत बाद शेन वाटसन 14 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए अंबाती रायडू ने रितुराज गायकवाड का अच्छा साथ दिया. अंबाती रायडू ने तेजी से अपनी टीम के लिए रन जोड़े, लेकिन ज्यादा तेजी से रन बनाने के प्रयास में अंबाती रायडू 20 गेंद पर 38 रन बनाकर आउट हो गए. लेकिन रितुराज ने हिम्मत नहीं हारी. रितुराज गायकवाड़ ने 53 गेंदों पर छह चौके और दो छक्कों की मदद से 72 रन बनाए. - केकेआर का बैटिंग आर्डर में खिलवाड़
कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम लगातार अपने बैटिंग आर्डर में खिलवाड़ कर रही है. इस मैच में भी शुभमन गिल और नीतीश राणा ओपनिंग करने के लिए आए. शुभमन गिल के आउट होने के बाद सुनील नारायण को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेज दिया गया, जबकि पावरप्ले खत्म हो गया था. बड़े शॉट लगाने के प्रयास में वे सात रन बनाकर ही आउट हो गए. टीम के सलामी बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी को सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया, उन्हें खेलने का मौका ही नहीं मिल पाया. अगर ओपनिंग नहीं तो कम से कम राहुल त्रिपाठी को तीसरे नंबर पर तो भेजा ही जाना चाहिए था. - केकेआर ने कम रन बनाए
केकेआर ने इस मैच में इतने रन ही नहीं बनाए जो बचाए जा सकते. टीम ने पावरप्ले में 48 बनाए. दो विकेट जल्दी गिरने के बाद कोलकाता नाइटराइडर्स की रन गति पर असर पड़ा. नीतीश राणा और कप्तान इयोन मोर्गन विकेट नहीं खोना चाहते थे और इसलिए आराम से खेले. इससे तेजी से रन नहीं बन पाए. कोलकाता नाइटराइडर्स ने आखिरी पांच ओवरों में 66 रन बनाए. इसमें दिनेश कार्तिक ने आखिरी में 10 गेंदों पर नाबाद 21 रन बनाए और टीम का स्कोर 172 तक पहुंचाया. इसके बाद भी चेन्नई सुपरकिंग्स की लंबी चौड़ी बैटिंग लाइनअप के सामने ये रन कम पड़ गए. - नीतीश राणा को नहीं मिला किसी का भी साथ
केकेआर के लिए नीतीश राणा ने सबसे ज्यादा रन बनाए, लेकिन उन्हें अपनी टीम के किसी दूसरे बल्लेबाज का साथ नहीं मिल पाया. सलामी बल्लेबाज नीतीश राणा के 87 रनों की शानदार पारी के दम पर कोलकाता नाइट राइडर्स ने चेन्नई सुपर किंग्स के सामने 173 रनों का लक्ष्य रखा. उनके अलावा शुभमन गिल ने 26 रन बनाए. नंबर-3 पर आए सुनील नरेन ने एक छक्का जरूर लगाया, लेकन सात ही रन बना सके. रिंकू सिंह सिर्फ 11 रन बना सके. कप्तान इयोन मोर्गन ने भी 15 रन की ही पारी खेली. नीतीश राणा शानदार फार्म में थे, लेकिन उनका साथ देने वाला कोई था ही नहीं, इसलिए पर्याप्त रन टीम नहीं बना सकी और उसे हार का सामना करना पड़ा.