दिल्ली कैपिटल्स ने शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को पांच विकेट से हरा दिया. चेन्नई सुपरकिंग्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 179 रन बनाए थे. दिल्ली ने एक गेंद पहले पांच विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया. दिल्ली कैपिटल्स के लिए सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 58 गेंदों पर नाबाद 101 रन बनाए. यह शिखर धवन का आईपीएल में पहला शतक है. अपनी इसपारी में उन्होंने 14 चौके और एक छक्का लगाया. चेन्नई के लिए फाफ डु प्लेसिस ने अर्धशतक जमाया और अंत में अंबाती रायडू, रवींद्र जडेजा ने बेहतरीन पारियां खेलीं. डु प्लेसिस ने अपनी 58 रनों की पारी में 47 गेंदों पर छह चौके, दो छक्के लगाए. उनके अलावा अंबाती रायडू ने 25 गेंदों पर नाबाद 45 रनों की पारी खेली. जडेजा 13 गेंदों पर 33 रन बनाकर नाबाद रहे. दिल्ली कैपिटल्स के लिए एनरिक नॉर्टजे ने दो विकेट लिए. लेकिन दिल्ली कैपिटल्स ने ये मैच कैसे जीत लिया और चेन्नई सुपरकिंग्स कहां मात खा गई, चलिए आपको बताते हैं पांच बड़े कारण.
- सैम करन को ओपनिंग के लिए भेजना
आज चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान एमएस धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला तो किया, लेकिन उन्होंने एक बार फिर सैम करन को फैफ डुप्लेसी को ओपनिंग के लिए भेज दिया. पिछले मैच में भी ऐसा ही हुआ था. तब सैम करन ने कुछ छोटी पारी खेली थी, लेकिन तब उन्होंने तेजी से रन भी बनाए थे, लेकिन आज तो वे कुछ भी नहीं कर सके और पहले ही ओवर में आउट होकर चले गए. इसके बाद शेन वाटसन और फैफ डुप्लेसी ने पारी को आगे बढ़ाया, लेकिन सैम करन के आउट होने का दबाव तो उनके ऊपर आ ही गया था. - ड्वेन ब्रावो का बाहर चले जाना
चेन्नई सुपरकिंग्स ने यह मैच आखिरी ओवर में गंवाया. आखिरी ओवर में एमएस धोनी ने गेंद रविंद्र जडेजा को थमाई. इससे पहले 19वां ओवर सैम करन ने किया था और वह ओवर अच्छा भी गया था. इसके बाद आखिरी ओवर में 16 रनों की जरूरत दिल्ली कैपिटल्स को थी. और किसी भी गेंदबाज के ओवर बाकी नहीं बचे थे. ड्वेन ब्रावो का एक ओवर बचा हुआ था, लेकिन वे मांसपेशियों में खिंचाव के कारण बाहर चले गए थे. ऐसे में रविंद्र जडेजा को ओवर दिया गया. इसी ओवर में अक्षर पटेल ने तीन छक्के मारकर अपनी टीम को जिता दिया. अगर ड्वेन ब्रावो होते तो शायद यह मैच चेन्नई सुपरकिंग्स बचा सकती थी. - एमएस धोनी के बल्ले का न चलना
एमएस धोनी का बल्ला इस पूरे आईपीएल में खामोश ही रहा है. धोनी कप्तानी को अपनी टीम के लिए अच्छी कर रहे हैं, लेकिन उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं. आज भी वे पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए, लेकिन पांच गेंद में तीन ही रन बना सके. इससे पहले कम से कम एक छक्का तो उनके बल्ले से निकल रहा था, लेकिन इस मैच में तो वे एक चौका भी नहीं मार सके. इसलिए आगे के मैचों में अगर चेन्नई को जीतना है तो धोनी को बल्ले से भी रन बनाने होंगे, तभी आगे प्लेआफ की संभावनाएं जीवित रहेंगी. - शिखर धवन के कैच छोड़ना
पिछले तीन मैचों से शिखर धवन अपनी टीम के लिए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछले दो मैचों में वे अर्धशतक जमा चुके थे और आज भी अच्छे फार्म में नजर आ रहे थे. लेकिन शिखर धवन के शतक में चेन्नई सुपरकिंग्स के गेंदबाजों का भी अच्छा खासा योगदान रहा. पूरी पारी में उनके तीन कैच छोड़े गए. पहले 25 रन पर, फिर 50 रन के करीब और तीसरा कैच तब छोड़ा गया, जब वे 70 के आसपास थे. अच्छे फार्म के बल्लेबाज के कैच छोड़ने का नतीजा यही होता है, जो मैच के परिणाम में साफ दिखाई भी दिया. - ज्यादा रन न बना पाना
इस मैच में भी एमएस धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी तो कर ली, लेकिन स्कोर बोर्ड पर इतने रन नहीं बना पाए, जितने दिल्ली कैपिटल्स के लिए जरूरी थे. वे तो आखिरी के ओवर में रविंद्र जडेजा और अंबाती रायडू ने तेजी से रन बनाए, तो स्कोर यहां तक भी पहुंच पाया, एक वक्त तो ये स्कोर 160 तक ही पहुंचता दिख रहा था, लेकिन आखिर में अच्छे रन बन गए. दिल्ली कैपिटल्स की लंबी बैटिंग लाइनअप के लिए यह स्कोर ज्यादा नहीं था. दिल्ली कैपिटल्स के लगभग सभी बल्लेबाज अच्छा खेल दिखा रहे हैं.