चेन्नई सुपर किंग्स ने रविवार को आईपीएल 2020 में दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए मैच में किंग्स इलेवन पंजाब को 10 विकेट से हरा दिया. पंजाब ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट के नुकसान पर 178 रन बनाए थे. चेन्नई ने यह लक्ष्य 17.4 ओवरों में बिना विकेट खोकर हासिल कर लिया. चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए फाफ डु प्लेसिस ने 87 रन और शेन वाटसन ने 83 रन बनाए. डु प्लेसिस ने 53 गेंदों की पारी में 11 चौके और एक छक्का मारा. वाटसन ने भी 53 गेंदों का सामना कर 11 चौके और तीन छक्के लगाए. दोनों नाबाद रहे. यह आईपीएल में रनों के लक्ष्य की पीछा करते हुए दूसरी सबसे बड़ी जीत है. पंजाब के लिए कप्तान लोकेश राहुल ने अपनी 63 रनों की पारी में 52 गेंदों का सामना कर सात चौके और एक छक्का लगाया. निकलोस पूरन ने 13 गेंदों पर 33 रनों का योगदान दे इसमें अहम भूमिका निभाई. चेन्नई के लिए शार्दूल ठाकुर ने दो विकेट लिए. लेकिन अब हम आपको बताते हैं कि किंग्स इलेवन पंजाब ये मैच क्यों हार गई और सीएसके ने इस मैच को कैसे जीत लिया. चलिए जानते हैं पांच बड़े कारण.
- CSK की सलामी जोड़ी
आज के मैच से पहले चेन्नई सुपरकिंग्स ने चार मैच खेले थे, जिसमें से तीन में उसे लगातार हार का सामना करना पड़ा. तीनों मैचों में सीएसके की सलामी बल्लेबाजी कुछ खास नहीं कर सकी थी. लेकिन आज के मैच में सलामी बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया. जो लक्ष्य किंग्स इलेवन पंजाब ने रखा था, वह कोई छोटा नहीं था, लेकिन सलामी जोड़ी ने जब 100 से ज्यादा रनों की साझेदारी की तो लग गया था कि आज का मैच चेन्नई सुपरकिंग्स नहीं हारेगी. वहीं हुआ और टीम ने आसानी से लक्ष्य हासिल कर दो अंक हासिल कर लिए. - दो गेंदों में दो विकेट गिरना
एक वक्त 17 ओवर के खत्म होते होते किंग्स इलेवन पंजाब ने 152 रन बना लिए थे. वह भी दो विकेट के नुकसान पर. उस वक्त क्रीज पर केएल राहुल और निकोलस पूरन खड़े हुए थे. तब लग रहा था कि टीम अगर इसी तरह से खेलती रही तो स्कोर 200 से ऊपर नहीं तो कम से कम 190 तक तो पहुंच ही जाएगा. लेकिन तभी 18 वां ओवर लेकर आए शार्दुल ठाकुर. उन्होंने इस ओवर की दो गेंदों पर दो विकेट निकाल दिए. पहले पूरन को आउट किया और उसके बाद कप्तान केएल राहुल को भी आउट कर दिया. यहीं से टीम की रनगति कम हो गई. जो टीम 190 तक पहुंच सकती थी, वह 180 रन भी नहीं बना सकी. - आखिरी के ओवर में रन न बन पाना
15 ओवर तक किंग्स इलेवन पंजाब ने 130 रन बना लिए थे. तब तक टीम के दो ही विकेट गिरे थे. इसके बाद लग रहा था कि टीम अच्छा स्कोर बना लेगी. लेकिन आखिरी के पांच ओवर में अच्छे रन नहीं बन पाए. पांच ओवर में जो टीम 70 से 80 रन बनाती थी, वह इस मैच में केवल 48 रन ही बना पाई. आखिरी के ओवर में रन न पाने का खामियाजा किंग्स इलेवन पंजाब को भुगतना पड़ा. मैच में जब चेन्नई सुपरकिंग्स की बारी आई तो कभी भी किंग्स इलेवन पंजाब मैच में वापसी करती हुई नजर नहीं आई. - किंग्स इलेवन पंजाब की खराब गेंदबाजी
किंग्स इलेवन पंजाब ने 179 रनों का लक्ष्य चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए रखा था. यह कोई छोटा स्कोर नहीं था. इससे पहले इसी आईपीएल में इससे भी छोटे स्कोर को टीमों ने बचाया है और जीत भी हासिल की है. अगर आज भी किंग्स इलेवन पंजाब के गेंदबाज शुरू के छह ओवर में चेन्नई सुपरकिंग्स के दो विकेट भी ले लिए होते तो टीम मैच में पकड़ बना सकती थी, लेकिन किंग्स इलेवन पंजाब का कोई भी गेंदबाज उस तरह की गेंदबाजी नहीं कर पाया, जिसके लिए वे जाने जाते हैं. खराब गेंदबाजी के कारण लगातार रन बनते रहे और चेन्नई ने कभी भी किंग्स इलेवन पंजाब को मैच में पकड़ नहीं बनाने दी. पूरे मैच में किंग्स इलेवन पंजाब की पूरी टीम दबाव में ही नजर आई. - खराब फील्डिंग का भी रहा नतीजा
179 का लक्ष्य कोई छोटा नहीं था. ऐसा नहीं है कि चेन्नई सुपरकिंग्स के सलामी बल्लेबाजों शेन वाटसन और फॉफ डुप्लेसी ने कोई गलती नहीं की, लेकिन उन मौकों को किंग्स इलेवन पंजाब भुना नहीं पाई. अगर मौकों को भुनाया गया होता और कैच न सही, रन ही बचाए गए होते तो भी किंग्स इलेवन पंजाब की टीम वापसी कर सकती थी, लेकिन आज भी नहीं हो सका. कम रन के बाद फील्डिंग भी अच्छी नहीं होगी तो वही होगा, जो आज के मैच में होता हुआ दिखाई दिया.