Rishabh Pant vs Nitin Menon : आईपीएल 2022 (IPL 2022) की खासियत यही है कि ये लीग रोमांच में कोई भी कमी नहीं आने देती. कल का मैच अब कुछ दिन तक विवाद का मुद्दा बना रहेगा. विवाद ये कि क्या ऋषभ पंत का बल्लेबाजों को वापस बुलाना अच्छा निर्णय था. इस फैसले की बात करें तो ज्यादातर लोग इस फैसले को गलत बता रहे हैं. वहीं कुछ फैंस इस बात को धोनी (Dhoni) से भी जोड़ रहे हैं. आपको याद होगा चेन्नई सुपर किंग्स का वो मुकाबला जो 2019 में राजस्थान की टीम के साथ ही खेला गया था. उस मुकाबले में भी नो बॉल को लेकर विवाद हुआ था.
2019 के उस मैच की बात करें तो धोनी अंपायर के फैसले से इतना गुस्से में आ गए थे कि मैदान के अंदर ही घुस गए थे. अंपायर के साथ खूब बहस बाजी हुई थी. अब जब उनके चेले ऋषभ पंत ने ये किया है तो फेंस दोनों को एक ही बता रहे हैं.
दरअसल, जब दिल्ली कैपिटल्स लक्ष्य का पीछा कर रही थी तो उसे अंत के ओवर में जीत हासिल करने के लिए 36 रनों की दरकार थी. और इस दौरान क्रीज पर मौजूद थे रोवमैन पॉवेल ,जो अपनी शानदार फॉम में नजर आ रहे थे. जिन्होंने ओबेद मैकॉय की शुरूआती दो गेंदों पर लगातार छक्के लगाकर दिल्ली को उम्मीद दिला दी. फिर तीसरी गेंद मैकॉय ने फुल टॉस फेंकी, जिस गेंद को पॉवेल ने 6 रन के लिए भेज दिया. लेकिन यह गेंद पॉवेल के कमर से ऊपर जा रही थी, लेकिन मैदानी अंपायर ने गेंद को नो बॉल नहीं दिया. जिसकी वजह से डगआउट में बैठी दिल्ली टीम ने अपना गुस्सा दिखाती नजर आई और नो बॉल मांगने की मांग करने लगी.
जहां एक तरफ दिल्ली के कप्तान रिषभ पंत ने बल्लेबाजों को मुकाबला छोड़ने के लिए कहा तो वहीं दूसरी तरफ राजस्थान के प्लेअर्स अपने गेंदबाज का समर्थन करते हुए नजर आए