इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण में गुरुवार को दो बार की विजेता कोलकाता नाइट राइडर्स के सामने विजयी रथ पर सवार चेन्नई सुपर किंग्स की चुनौती होगी।
कोलकाता की टीम भले ही अपने घर ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेल रही होगी लेकिन उसके लिए अंकतालिका में शीर्ष पर कायम चेन्नई की चुनौती से पार पाना आसान नहीं होगा।
दो साल बाद वापसी करने वाली चेन्नई की टीम ने जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उससे बाकी टीमों के लिए वह अभी तक की सबसे बड़ी बाधा साबित हुई है।
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई ने इस सीजन में कई रोमांचक मैचों में शानदार जीत दर्ज की है और उसके लिए सबसे अच्छी बात यह है कि कप्तान धोनी बल्ले से अपने पुराने रंग में आ गए हैं। उन्होंने 71.50 की औसत से कुल 286 रन बनाए हैं।
धोनी के अलावा मौजूदा विजेता मुंबई इंडियंस से चेन्नई में आए अंबाती रायडू का बल्ला भी जमकर बोल रहा है। उन्होंने अभी तक कुल 370 रन बनाए हैं।
चेन्नई ने उन्हें शुरुआत में सलामी बल्लेबाज के तौर पर इस्तेमाल किया था, लेकिन फाफ डु प्लेसिस को शामिल करने के बाद वह मध्यक्रम में भी खेल रहे हैं और यहां भी उनका बल्ला शांत नहीं है।
शेन वाटसन पर सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी है जिसे उन्होंने बखूबी निभाया है। उनकी और डु प्लेसिस की सलामी जोड़ी किसी भी विपक्षी टीम को अच्छी शुरुआत से वंचित रख सकती है।
आईपीएल इतिहास के सबसे सफल बल्लेबाज सुरेश रैना हालांकि अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रख पाए हैं। निचले क्रम में चेन्नई के पास ड्वायन ब्रावो जैसा बल्लेबाज भी है जो तेजी से रन बटोरने और बड़े शॉट लगाने में माहिर है।
बल्लेबाजी के अलावा चेन्नई की गेंदबाजी भी शानदार है जिसमें ब्रावो की भी अहम भूमिका रही है।
पिछले मैच में दक्षिण अफ्रीका के लुंगी नगिदी ने आईपीएल पदार्पण कर काफी प्रभावित किया था। उम्मीद है धौनी उन्हें इस मैच में भी मौका देंगे। उनके अलावा के. एम. आसिफ ने भी पिछले मैच में पदार्पण करते हुए प्रभावित किया था। कोलकाता के लिए यह जोड़ी घातक साबित हो सकती है।
वहीं, कोलकाता ने अपने पिछले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को मात दी थी। उस जीत से निश्चित ही टीम के आत्मविश्वास को बल मिला होगा।
टीम की बल्लेबाजी मजबूत है। टीम को अच्छी शुरुआत देने की जिम्मेदारी क्रिस लिन पर रहेगी। लिन को रोकना धौनी के लिए भी एक बड़ी चुनौती रहेगी। अगर लिन के साथ सुनील नरेन पारी की शुरुआत करने आते हैं तो यह जोड़ी कुछ भी करने में समर्थ है।
इनके अलावा कप्तान दिनेश कार्तिक और उप-कप्तान रोबिन उथप्पा भी अच्छी फॉर्म में हैं।
टीम की ताकत उसकी स्पिन तिकड़ी है जिसमें कुलदीप यादव, पीयूष चावला और नरेन हैं। अपने घर में यह तीनों बेहद खतरनाक साबित होते हैं। काफी हद तक कोलकाता की जीत का दारोमदार इन तीनों पर ही रहेगा।
तेज गेंदबाजों में उसके पास मिशेल जॉनसन, शिवम मावी, टॉम कुरैन हैं।
दोनों टीमों के बीच की बात की जाए तो चेन्नई के खिलाफ कोलकाता का रिकार्ड अच्छा नहीं रहा है। दोनों के बीच खेले गए 19 मैचों में से 12 में चेन्नई को जीत मिली है।
टीमें :
कोलकाता नाइट राइडर्स : दिनेश कार्तिक (कप्तान/विकेटकीपर), आंद्रे रसेल, क्रिस लिन, रोबिन उथप्पा, कुलदीप यादव, पीयूष चावला, नितीश राणा, कमलेश नागरकोटी, शिवम मावी, मिशेल जॉनसन, शुभमन गिल, विनय कुमार, रिंकू सिंह, कैमरून डेलपोर्ट, जेवन सीयरलेस, अपूर्व वानखेड़े, इशांक जग्गी, टॉम कुरैन।
चेन्नई सुपर किंग्स : महेंद्र सिंह धौनी (कप्तान/विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, सुरेश रैना, केदार जाधव, ड्वायन ब्रावो, शेन वाटसन, अंबाती रायडू, मुरली विजय, हरभजन सिंह, फाफ डु प्लेसिस, मार्क वुड, सैम बिलिंग्स, दीपक चहर, लुंगी नगिदी, के.एम. आसिफ, कनिष्क सेठ, मोनू सिंह, ध्रुव शोरे, क्षितिज शर्मा, चैतन्य बिश्नोई, कर्ण शर्मा, इमरान ताहिर, शार्दूल ठाकुर, एन. जगादेसन।
Source : IANS