दक्षिण अफ्रीका के लिए एक टेस्ट खेलने के बाद इंग्लिश काउंटी के साथ कॉलपैक डील करने वाले तेज गेंदबाज हार्डस विलजोएन का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के रूप में में वह एक ऐसे टूर्नामेंट में खेल रहे हैं जिसका स्तर विश्व कप के समान है. अपने देश के लिए मात्र एक टेस्ट मैच खेलने के बाद हार्डस ने इंग्लिश क्रिकेट काउंटी डर्बीशायर के साथ कॉलपैक डील साइन की थी और तब से वह एक टी-20 विशेषज्ञ बन गए हैं. वह विश्व भर की तमाम टी-20 और टी-10 लीग में खेलने के बाद आईपीएल में आए हैं. उनका मानना है कि आईपीएल बाकी लीगों से अलग है और इसका स्तर विश्व कप के स्तर के बराबर है. हार्डस ने आईएएनएस से फोन पर साक्षात्कार में अन्य लीगों की तुलना में आईपीएल की तुलना के सवाल के जवाब में कहा, "आईपीएल का स्तर विश्व कप के सामन है. यहां आपको विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिलता है. यह खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन मंच है, जहां वह अंतर्राष्ट्रीय अनुभव हासिल कर सकते हैं क्योंकि इसमें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का जायका होता है."
हार्डस ने जनवरी 2016 में जोहान्सबर्ग टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था लेकिन इसके बाद वह कभी राष्ट्रीय टीम में नहीं लौटे. उस मैच की पहली पारी में उन्होंने 15 ओवरों में 79 रन देकर एक विकेट लिया था लेकिन दूसरी पारी में चार ओवरों में 15 रन देकर सफलता हासिल नहीं कर पाए थे. इसके बाद उन्होंने डर्बीशायर के साथ कोलपैक डील साइन की. राष्ट्रीय टीम के दोबारा न खेल पाने के सवाल के जवाब में हार्डस ने कहा, "हर खिलाड़ी का सपना अपने देश के लिए खेलने का होता है, लेकिन इसके लिए मौके भी मिलने चाहिए. आपको एक मैच के बाद हटा दिया जाता है. आपको अपनी प्रतिभा दिखाने का सही मौका नहीं मिलता है. मेरे लिए यह फैसला (कॉलपैक डील साइन करना) बहुत मुश्किल था, लेकिन हर चीज के होने के पीछ कोई न कोई कारण होता है. आखिर में आपको जीवन में सुरक्षा चाहिए और अपने परिवार के लिए भोजन. जाहिर सी बात है कि हर खिलाड़ी का सपना अपने देश के लिए खेलने का होता है, लेकिन आपको हकीकत समझने के लिए तर्कसंगत होना जरूरी होता है."
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हार्डस आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेल रहे हैं. उन्होंने अपने कप्तान रविचंद्रन अश्विन की तारीफ की और कहा कि अश्विन जैसा कप्तान हर टीम चाहती हैं क्योंकि वह खिलाड़ियों को समझते हैं और खिलाड़ी भी उन्हें अच्छे से समझते हैं. उन्होंने कहा, "मैं काफी खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट खेला हूं. उनमें से मैं कहूंगा कि डैरेन सैमी शायद सबसे अच्छे कप्तान (पाकिस्तान सुपर लीग में) थे, जिनकी कप्तानी में मैं खेला हूं. अश्विन भी उसी श्रेणी में आते हैं. वह जानते हैं कि उन्हें मेरे से क्या मिल सकता है और मैं जानता हूं कि मुझे अलग-अलग परिस्थतियों में क्या करना है. इससे काम आसान हो जाता है. जब आपका कप्तान आप पर भरोसा करता है तो काम आसान हो जाता है. यही अश्विन करते हैं." हार्डस टी-20 का एक सफल नाम बन चुके हैं. वह विकेट भी निकालते हैं और रन भी रोकते हैं. हार्डस का मानना है कि टी-20 में गेंदबाजों को ज्यादा कुछ नहीं करना चाहिए बस बेसिक पर बने रहते हुए एक ऐसा गेंदबाज बनना चाहिए जिसे पकड़ पाना आसान न हो.
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दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने कहा, "मैं गेंदबाजों के लिए इतना कहूंगा कि प्रतिस्पर्धा में बने रहो. टी-20 में जनता और बल्लेबाज दोनों रन बनते देखना चाहते हैं और गेंदबाज के तौर पर हमारा काम रनों को रोकना है. मेरा मानना है कि गेंदबाजों को बेसिक पर बने रहते हुए एक ऐसा गेंदबाज बनना चाहिए जिसे पकड़ पाना आसान न हो. आप जिन खिलाड़ियों के सामने खेल रहे हो वो शानदार हैं और पूरे विश्व में टी-20 क्रिकेट खेल रहे हैं. इसलिए अपनी योग्यता पर भरोसा कीजिए और उन्हें अच्छे से लागू कीजिए. इसलिए आईपीएल शानदार है क्योंकि यहां लोग विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों और गेंदबाजों की प्रतिस्पर्धा देखना चाहते हैं. यही कारण है कि ज्यादा लोग आईपीएल देखते हैं." हार्डस का साथ ही मानना है कि टी-20 में गेंदबाज की सफलता में कप्तान का भी अहम योगदान होता है.
वह कहते हैं, "निश्चित तौर पर. मेरा मानना है कि कप्तान हर टीम की सबसे बड़ी संपत्ति होता है. मैं यह बात हर उस इंसान से कहता हूं जो मुझसे यह सवाल पूछता है. अगर आप सफल टीमों को देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि कप्तान जानता था कि उसे अपने खिलाड़ियों से क्या चाहिए और खिलाड़ी जानते हैं कि उनके कप्तान को उनसे क्या चाहिए. महान कप्तान जानता है कि वह अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ कैसे निकलवाए."
Source : IANS