वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज ब्रायन लारा ने कहा है कि चेन्नई सुपर किंग्स ने इस आईपीएल के 13वें सीजन में अनुभवी खिलाड़ियों को युवाओं के ऊपर तरजीह दी, जो उसके लिए नुकसानदायक रहा. तीन बार की विजेता चेन्नई आठ टीमों की अंकतालिका में सबसे नीचे है और प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है. टूर्नामेंट के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि चेन्नई प्लेऑफ में नहीं जा पाएगी.
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लारा ने स्टार स्पोर्ट्स के शो पर कहा, "मुझे लगता है कि उन्होंने अपनी टीम में काफी उम्रदराज खिलाड़ी शामिल किए हैं. टीम की लाइनअप में ज्यादा युवा खिलाड़ी नहीं हैं. आप उनकी तरफ देखते हैं. उनके विदेशी खिलाड़ी भी लंबे समय से टीम के साथ ही हैं. उन्होंने युवाओं पर अनुभव को प्राथमिकता दी और यह उनके लिए बुरा रहा."
चेन्नई 12 मैचों से सिर्फ चार मैच ही जीत पाई है. टीम के सलामी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस ने इस सीजन टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. डु प्लेसिस ने 40.10 की औसत से 401 रन बनाए हैं. उन्हें लेकिन दूसरे छोर से समर्थन नहीं मिला है. कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की खराब फॉर्म भी टीम के लिए चिंता रही है.
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लारा ने कहा, "यह अविश्वस्नीय है. आप जानते हैं कि वह हर सीजन प्लेऑफ में जाते हैं. हमें उम्मीद थी कि वह इस सीजन भी प्लेऑफ खेलेंगे. तीन-चार मैच पहले वो ऐसी स्थिति में थे कि उन्हें हर मैच जीतना था. हम सभी को लगा था कि यह वो समय है जब धोनी चीजें बदलेंगे."
उन्होंने कहा, "लेकिन हर मैच के बाद चीजें और खराब होती चली गईं. वह इस समय जिस स्थिति में वहां से उन्हें कोशिश अगले साल की करनी चाहिए. आने वाले मैचों में देखना होगा कि वह युवा खिलाड़ियों के साथ क्या कर सकते हैं."
Source : IANS