चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Super Kings ) के लिए शुक्रवार की रात काफी बेकार गई होगी क्योंकि माही आर्मी को मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने 10 विकेट से हराया नहीं बल्कि उनके प्लेऑफ में पहुंचे की उम्मीद को खत्म कर दिया. ये पहला मौका था जब चेन्नई सुपरकिंग्स को 10 विकेट से आईपीएल में हार का सामना करना पड़ा है. माही की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए लचर प्रदर्शन कर 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 114 रन बनाए थे. मुंबई इंडियंस ने इस लक्ष्य को आसानी से हासिल किया, मुंबई की ओर से ईशान किशन और क्विटंन डि कॉक ने शानदार पारी खेली और टीम को जीत दिलाई. माही ने अपनी हार पर बयान देते हुए कहा है कि वो अगले साल एक बार फिर से पूरा ध्यान देंगे.
यह भी पढ़ेंः IPL 2020 : पंजाब और हैदराबाद को चाहिए सिर्फ जीत औऱ जीत
अब तक 11 में से आठ मैच गंवाकर आईपीएल प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि अगले साल को ध्यान में रखते हुए बाकी तीन मैचों में युवाओं को परखा जायेगा. मुंबई इंडियंस के हाथों दस विकेट से मिली हार के बाद धोनी ने कहा ऐसे प्रदर्शन से काफी दुख होता है. धोनी ने बताया कि देखना होगा कि गलती कहां हुई. इसके अलावा माही ने कहा कि ये उनका साल नहीं था. हार के बाद धोनी ने कहा कि भले ही आठ विकेट से हारें या दस विकेट से वो मायने नहीं रखता लेकिन देखना यह है कि टीम टूर्नामेंट में इस समय कहां है और यही दुखी करता है.
यह भी पढ़ेंः MI Vs CSK: इस बड़ी गलती के कारण हारी चेन्नई, ऐसे जीती मुंबई
उन्होंने कहा हमें दूसरे मैच से ही देखना था कि हम कहां गलत है, रायडू चोटिल हो गया और बाकी बल्लेबाज अपना दो सौ फिसदी नहीं दे पाये. किस्मत ने भी हमारा साथ नहीं दिया. जिन मैचों में हम पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे वहां टॉस नहीं जीत सके. जब हमने पहले बल्लेबाजी की तो ओस थी. तीन बार की चैम्पियन टीम के कप्तान ने कहा खराब प्रदर्शन करने पर सौ बहाने दिये जा सकते हैं लेकिन सबसे अहम यह है कि हमें खुद से पूछना होगा कि क्या हम अपनी क्षमता के अनुरूप खेल सके. क्या हमने अब तक के अपने रिकार्ड के अनुसार खेला.
यह भी पढ़ेंः चेन्नई की शर्मनाक बल्लेबाजी पर दिग्गज भी नहीं रहे चुप
हमने कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए, धोनी ने कहा कि अगले साल के लिये तस्वीर साफ होना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा अगले साल बहुत सारे अगर मगर होंगे. आने वाले तीन मैचों में युवा खिलाड़ियों को परखा जायेगा. अगले साल को ध्यान में रखकर देखेंगे कि कौन डैथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी कर सकता है और कौन बल्लेबाजी का दबाव झेल सकता है, अगले तीन मैचों में नये चेहरों को आजमाया जायेगा.
(इनपुट भाषा के साथ)
Source : Sports Desk