IPL 2020 : आईपीएल 2020 का शेड्यूल जारी हो गया है. इस साल पहली बार आईपीएल सितंबर अक्टूबर और नवंबर में खेला जाएगा. वैसे इस साल ही हर बार की तरह ही मार्च में आईपीएल (IPL 2020) शुरू होना था. इसका शेड्यूल जारी हो गया था, लेकिन इस बीच कोरोना का कहर बरपा और सब कुछ अस्तव्यस्त हो गया. पहले आईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए टाला गया और उसके बाद अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया था. लेकिन हालांकि अब यूएई में आईपीएल (IPL UAE) होने जा रहा है. रविवार को ही आईपीएल गवर्निंग काउंसिल (IPL GC) ने पूरा शेड्यूल (IPL Schedule) भी जारी कर दिया है. पहला मैच 19 सितंबर को होगा और यह मैच पिछले साल के फाइनलिस्ट मुंबई इंडियंस (MI) और चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) के बीच खेला जाएगा. इस बार आईपीएल के मैच भारतीय समयानुसार शाम साढ़े सात बजे से शुरू होंगे, इससे पहले करीब सात बजे टॉस होगा. लेकिन इस बार यूएई में आईपीएल की एक अलग ही दुनिया बसी हुई दिखाई देगी. आईपीएल के सभी मैच दुबई, आबुधाबी और शाहजाह यानी तीन जगह पर ही खेले जाएंगे.
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आईपीएल का फाइनल 10 नवंबर को होगा, इसके बाद टीमों के खिलाड़ी अपने अपने देश निकल जाएंगे. इस दौरान करीब 80 दिन तक आईपीएल में खिलाड़ियों, स्टॉफ मैंबर, सपोर्टिंग स्टाफ और खिलाड़ियों के परिवार वालों को भी कड़े नियम और कानून का पालन करना होगा. सभी को बायो सिक्योर इन्वारंमेंट में रहना होगा. न तो कोई इस बायो बबल से बाहर जा पाएगा और न ही कोई इसमें प्रवेश कर पाएगा. इसमें प्रवेश करने के लिए क्वारंटीन और तीन कोरोना टेस्ट होंगे. उसके बाद ही इसके अंदर कोई आ पाएगा. बायो बबल में जो भी होगा, उसका बाकी दुनिया से सम्पर्क लगभग कट जाएगा. किसी बाहरी व्यक्ति से उनका सम्पर्क नहीं हो पाएगा. जिन होटलों में ये टीमें रुकी हुई हैं, वहां के कर्मचारी तक बायो बबल में ही रहेंगे. जो टीम खिलाड़ियों का समय समय पर टेस्ट करेंगे, वह भी इसके दायरे में आएंगे. बताया जा रहा है कि सभी का हर पांच दिन पर कोरोना टेस्ट होगा.
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बताया जा रहा है कि बीसीसीआई ने पूरे आईपीएल के दौरान 20,000 से अधिक कोविड-19 टेस्ट कराएगा. इसके लिए लगभग 10 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है. आपको बता दें कि भारत में खिलाड़ियों की जांच का खर्च आठ फ्रेंचाइजी टीमों ने उठाया था. यानी जब तक खिलाड़ी यूएई के लिए रवाना नहीं हुए थे, तब तक उनका कोविड टेस्ट टीमों की ओर से कराया जा रहा था, लेकिन जैसे ही टीमों ने यूएई में कदम रखा, यह जिम्मेदारी बीसीसीआई की हो गई है. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि हमने टेस्ट करने के लिए यूएई की कंपनी वीपीएस हेल्थकेयर के साथ करार किया है. इस दौरान 20,000 से ज्यादा टेस्ट होंगे. हर परीक्षण के लिए बीसीसीआई को 200 एईडी यानी लगभग 3,971 रुपये खर्च किए जाएंगे.
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बीसीसीआई की ओर से कहा गया है कि कंपनी के लगभग 75 स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कर्मचारी, आईपीएल परीक्षण प्रक्रिया का एक हिस्सा हैं. बीसीसीआई खिलाड़ियों और अधिकारियों की सुरक्षा में जरा भी कोताही नहीं बरताना चाहता है, इसलिए स्वास्थ्य कर्मियों को एक अलग होटल में रखा गया है. कंपनी ने एक होटल में अलग बायो सिक्योर माहौल बनाया है. इसके लगभग 50 स्वास्थ्य कर्मचारी परीक्षण प्रक्रिया से जुड़े हुए हैं, जबकि अन्य 25 प्रयोगशाला कार्य में लगे हैं. साथ ही यह भी पता चला है कि बीसीसीआई इस जैव-सुरक्षित वातावरण और होटल के खर्चों का भुगतान नहीं कर रहा है, यह हेल्थकेयर कंपनी की ओर से वहन किया जाएगा.
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आपको बता दें कि पूरे आईपीएल के दौरान जो बायो बबल बनेगा, उसे कोई भी तोड़ नहीं सकेगा. जो भी इस नियम का उल्लंघन करेगा, आईपीएल के कोड ऑफ कंडक्ट के तहत सजा दी जाएगी. जो खिलाड़ी इसको तोड़ेगा, उसे आगे के मैचों से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है. इसलिए अब टीमों की जो मीटिंग हो रही है, उसमें सभी खिलाड़ियों को साफ तौर पर बता दिया जा रहा है कि जो भी नियम और कानून बनाए गए हैं, उन्हें किसी भी सूरत में तोड़ना नहीं है. ये सब उनकी भलाई के लिए हैं और इसको तोड़ने के बाद सजा भुगतने के लिए भी तैयार रहना होगा.
Source : Sports Desk