किंग्स इलेवन पंजाब के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने रविवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ दूसरे सुपर ओवर में कीरोन पोलार्ड के जिस छक्के वाली गेंद को लंबी छलांग लगाकर रोका था, उसके पीछे कई कारण हैं. मयंक अग्रवाल उस कैच को पकडृ तो नहीं पाए, लेकिन गेंद पक्के तौर पर छक्के के लिए जा रही थी, लेकिन मयंक अग्रवाल ने उसे दो रन में ही तब्दील कर दिया, इस तरह से उन्होंने अपनी टीम के लिए चार रन बचाए. इनमें नियमित अभ्यास, एक व्यक्तिगत आहार विशेषज्ञ और पिछले साल ही शाकाहारी बनना शामिल हैं. किंग्स इलेवन पंजाब के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल हमेशा तेज, फुर्तीले और ऊर्जावान फील्डर थे, लेकिन वह सिली प्वाइंट और फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर फील्डिंग करते हैं. हालांकि आईपीएल 2020 में वह लॉग आफ से लांग ऑन और कहीं भी फील्डिंग करते हैं. उनकी फील्डिंग में सुधार की वजह वर्षो से चली आ रही अभ्यास है, जोकि वह अपनी किशोरावस्था से लेकर अब तक करते आ रहे हैं.
यह भी पढ़ें : IPL 2020 KXIP vs DC : दोनों टीमों में बड़ा बदलाव, जानिए दोनों टीमों की प्लेइंग XI
मयंक अग्रवाल जब बेंगलुरू में बिशप कॉटन स्कूल और जेएन कॉलेज में कप्तान लोकेश राहुल और करुण नायर के साथ थे तो वह फिल्डरों में सबसे ऊपर थे. लेकिन दिसंबर 2018 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के बढ़ते मानक के साथ तालमेल बनाए रखने के बाद उन्होंने इसमें बदलाव किया. आईपीएल के मौजूदा 13वें सीजन में रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए दूसरे सुपर ओवर में मयंक अग्रवाल ने कीरोन पोलार्ड के छक्के को पूरी तरह से रोक दिया और उन्होंने अपनी टीम के महत्वपूर्ण चार रन बचाए तथा मुंबई को जीत से रोक दिया.
यह भी पढ़ें : IPL 2020 KKR vs RCB : KKR के सामने बड़ा संकट, ये बड़ा खिलाड़ी बना चिंता का कारण
कर्नाटक अंडर-17 और अंडर-19 के पूर्व कोच आर मुरलीधर शुरू से ही एक क्रिकेटर के रूप में मयंक अग्रवाल को देख रहे हैं. मुरलीधर ने आईएएनएस से कहा कि उस प्रयास के पीछे बहुत गहन और नियमित अभ्यास है. लोगों को शायद याद न हो, लेकिन उन्होंने कुछ साल पहले पुणे वॉरियर्स के खिलाफ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए भी इसी तरह का प्रयास किया था. ऐसे प्रयास तब आते हैं जब कोई अपनी टीम के प्रति योगदान करना चाहता है. उन्होंने कहा कि मैंने देखा है कि जो लोग क्रिकेट खेलते हैं, वे अक्सर अच्छे फिल्डर होते हैं. मयंक अग्रवाल हमेशा एक शानदार कैच लेने वाले फील्डर थे. उन्होंने एक युवा खिलाड़ी के रूप में कुछ बहुत ही अच्छे कैच लिए हैं. वह मैदान में भी तेज थे और पिछले कुछ वर्षो में उन्होंने काफी फिटनेस प्रशिक्षण लिया है और इस वजह से वह अब बहुत अधिक फिट हो गए हैं.
यह भी पढ़ें : आस्ट्रेलिया दौरे के लिए इन खिलाड़ियों ने ठोकी टीम इंडिया की दावेदारी
मुरलीधर ने कहा कि शुरुआत में मयंक अग्रवाल सिली प्वाइंट, स्लिप और फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर फील्डिंग करना पसंद करते थे. उन्होंने कहा कि आम तौर पर सभी मुख्य बल्लेबाज स्लिप में फील्डिंग करते हैं. उन्होंने भी कई बार स्लिप में फील्डिंग की. लेकिन आईपीएल में वह विभिन्न स्थानों पर फील्डिंग कर रहे हैं, कहीं भी लंबे समय से लंबे समय तक, जहां उन्होंने पोलार्ड को छक्का लगाने से रोक दिया और केवल दो रन दिए. उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धी दुनिया में फिट रहने के लिए मयंक अग्रवाल लगभग डेढ़ साल पहले ही शाकाहारी बन गए थे. आज उनके पास एक व्यक्तिगत आहार विशेषज्ञ और एक प्रशिक्षक है. वह लोकेश राहुल के साथ सेवन ए साइड की भूमिका निभाते हैं और करुण नायर तथा वे बहुत करीबी दोस्त हैं. उनकी खुद की फुटबॉल टीम है जो कॉपोर्रेट प्रतियोगिताओं में खेलती है. मयंक आईपीएल-13 में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे नंबर पर हैं.
यहां क्लिक कर देखें मयंक अग्रवाल के कैच का वीडियो
Source : IANS/News Nation Bureau