आईपीएल-2022 (IPL 2022) के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. फिलहाल सभी की नजर इस समय इस बात पर लगी हैं कि आईपीएल फ्रेंचाइजी किस-किस खिलाड़ी को रिटेन करती हैं.
इस बार बोली लगाने के लिए टीमों के पर्स में कुल 90 करोड़ रुपये हैं. इस बार बीसीसीआई ने सभी आईपीएल फ्रेंचाइजी के पर्स में रुपये जरूर बढ़ा दिए लेकिन इन्हें खर्च करना आसान नहीं है. इसकी वजह है इस बार रिटेंशन नियम और 90 करोड़ रुपये खर्च करने का गणित, तो चलिए इसी हिसाब को समझते हैं.
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एक आईपीएल फ्रेंचाइजी अधिकतम चार खिलाड़ियों के रिटेन कर सकती है लेकिन पहले रिटेन खिलाड़ी की कीमत 16 करोड़ रुपये होगी. इसके बाद दूसरे खिलाड़ी की कीमत 12 करोड़ रुपये होगी. तीसरे रिटेन खिलाड़ी की कीमत 8 करोड़ रुपये होगी और चौथे की कीमत 6 करोड़ रुपये होगी. इस तरह अगर एक फ्रेंचाइजी चार खिलाड़ियों को रिटेन करती है तो 90 में से कुल 42 करोड़ रुपये खर्च हो जाएंगे.
वहीं, अगर फ्रेंचाइजी तीन खिलाड़ियों को रिटेन करती है तो कीमत 15 करोड़, 11 करोड़ और 7 करोड़ रुपये होगी. यानी फ्रेंचाइजी के 90 करोड़ में से 33 करोड़ खर्च हो जाएंगे. वहीं, अगर फ्रेंचाइजी दो खिलाड़ियों को ही स्थान देती है तो पहले खिलाड़ी की कीमत 14 करोड़ रुपये और दूसरे खिलाड़ी की कीमत 10 करोड़ रुपये होगी. अब अगर फ्रेंचाइजी सिर्फ एक खिलाड़ी को रिटेन करती है तो 14 करोड़ रुपये कीमत होगी.
ऐसे में साफ दिखाई देता है कि अगर कम से कम खिलाड़ी रिटेन करते हैं तो बोली लगाने के लिए पर्स में ज्यादा पैसे बचेंगे. अब समस्या ये है कि आठ फ्रेंचाइजी के पास कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके नाम बहुत बड़े हैं लेकिन आईपीएल-2021 में उन्होंने कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया. अब उन्हें टीम करोड़ों रुपये खर्च करके रिटेन करे या छोड़ दे यह बड़ा सवाल होगा. हालांकि यहां ये भी बता दें कि दो नई
फ्रेंचाइजी इस बार आईपीएल में जुड़ रही हैं, जो हैं लखनऊ और अहमदाबाद हैं जो अधिकतम तीन खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं लेकिन इनके पास रिटेन करने के लिए वही खिलाड़ी होंगे, जिन्हें ये आठ फ्रेंचाइजी रिलीज करेंगी. आईपीएल आक्शन दिसंबर अंत या जनवरी की शुरुआत में होने की संभावना है. सभी आईपीएल प्रेमियों की नजर अब आक्शन पर लगी है.
Source : Sports Desk