IPL 2022 Mega Auction : आईपीएल 2022 की तैयारी जारी है. आठ टीमों की रिटेंशन लिस्ट जारी हो गई है, वहीं दो नई टीमें अब तीन तीन खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल करने के लिए उनसे बात कर रही हैं. दो नई टीमें इस बार लखनऊ और अहमदाबाद की भी एंट्री हो रही है. जल्द ही रिलीज किए गए खिलाड़ियों में से कुल छह खिलाड़ी ऑक्शन से पहले ही खरीद लिए जाएंगे. साथ ही मेगा ऑक्शन 2022 का भी खिलाड़ी और क्रिकेट फैंस इंतजार कर रहे हैं. माना जा रहा है कि जनवरी के दूसरे हफ्ते में मेगा ऑक्शन का आयोजन किया जाएगा. इस बीच इस तरह की भी खबरें आ रही हैं कि ये आईपीएल का आखिरी मैगा ऑक्शन होगा. इसको लेकर कुछ टीमों के मैनेजमेंट ने नाराजगी जताई है.
यह भी पढ़ें : IPL 2022 Mega Auction Date : कब होगा आईपीएल 2022 का मेगा ऑक्शन, कब खेला जाएगा पहला मैच
आईपीएल का पहला सीजन साल 2008 में खेला गया था, तब से लेकर अभी तक हर साल ऑक्शन होता है, लेकिन नियमों के अनुसार हर तीन साल बाद मेगा ऑक्शन भी होता है. मिनी ऑक्शन में तो काम चल जाता है, लेकिन मेगा ऑक्शन में कुछ खिलाड़ियों को छोड़कर बाकी सभी खिलाड़ियों को टीमों को छोड़ना होता है. कई टीमों को न चाहते हुए भी अपने अच्छे और मैच विनर खिलाड़ियों को छोड़ना पड़ता है. ये पूरी प्रक्रिया रिटेंशन कहलाती है. इसके बाद जब मेगा ऑक्शन का मंच सजता है तो टीमों को फिर से उन्हीं खिलाड़ियों को खरीदना पड़ता है. कई बार उनकी ज्यादा कीमत लग जाती है और टीमों को या तो महंगे दाम पर उन्हें खरीदना होता है या फिर छोड़ना ही पड़ता है. इससे पूरी टीम बिखर बिखर सी जाती है. यही बात टीमों को रास नहीं आ रही है. टीमों को लगता है कि जिन खिलाड़ियों को वे तैयार करते हैं, उन्हें सारी सुविधाएं देते हैं, लेकिन जब वे तैयार हो जाते हैं तो वे किसी और टीम में चले जाते हैं, इससे उन्हें नुकसान होता है.
यह भी पढ़ें : IPL 2022 Mega Auction : इस खिलाड़ी ने 10 गेंद पर जड़े पूरे 50 रन, आईपीएल टीमों की नजर
इनसाइड स्पोर्ट्स की रिपोर्ट के अनुसार केकेआर के मुख्य अधिकारी वेंकी मैसूर का कहना है कि आईपीएल को एक दशक से भी ज्यादा का वक्त हो गया है, ऐसे में अब मेगा ऑक्शन की उपयोगिता खत्म हो गई है. उनका कहना है कि जिन आईपीएल फ्रेंचाइजियों ने खिलाड़ियों के विकास के लिए स्काउटिंग और अकादमियों में निवेश किया है, उन्हें पुरस्कार दिया जाना चाहिए. केकेआर ने भी एक अकादमी तैयार की है. बड़ी बात ये भी है कि साल 2018 से लेकर अब तक छह अनकैप्ड खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं. उधर दिल्ली कैपिटल्स के मालिकों में से एक पार्थ जिंदल ने कहा कि इस बार हमें कई बड़े और अच्छे खिलाड़ियों को छोड़ना पड़ा है. उनका कहना है कि आईपीएल की पॉलिसी इस तरह की है कि हम एक निश्चित सीमा से ज्यादा खिलाड़ी रिटेन नहीं कर सकते. यह ठीक नहीं है कि आप एक टीम बनाएं, युवाओं को मौका दें और जब वे तैयार हो जाएं तो आप उन्हें खो देते हैं. खैर देखना होगा कि आईपीएल फ्रेंचाइजियां जिस ओर इशारा कर रही हैं, उनकी बात को बीसीसीआई ध्यान में रखता है या नहीं. अगर उनकी बात को माना गया तो हो सकता है कि आगे से आईपीएल का मेगा ऑक्शन न हो. ऐसे में ऐसा संभव है कि हर साल या फिर दो साल में मिनी ऑक्शन हो और उसमें कुछ खिलाड़ियों की अदला बदली हो जाए.
Source : Sports Desk