IPL 2023 : रविवार को मुंबई इंडियंस के हाथों भले ही राजस्थान रॉयल्स को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन RR के ओपनर यशस्वी जायसवाल ने अपने प्रदर्शन से महफिल लूट ली. 21 साल के युवा खिलाड़ी ने वानखेड़े स्टेडियम में चौकों-छक्कों की बारिश कर 124 रनों की शानदार पारी खेली. मगर, मैच खत्म होने के बाद जायसवाल भावुक हो गए और उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा कि एक वक्त था, जब वह इस स्टेडियम के अंदर आने का सपना देखते थे.
जायसवाल ने खेली 124 रनों की तूफानी पारी
यशस्वी जायसवाल सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं हैं, बल्कि प्रेरणा हैं उन सभी युवाओं के लिए, जो अपनी परिस्थितियों से लड़कर कुछ हासिल करने का जज्बा रखते हैं. रविवार को MI ने RR को हराकर शानदार जीत दर्ज की. मगर, इस वक्त क्रिकेट के गलियारों में यशस्वी जायसवाल के बल्ले से निकले शतक का शोर गूंज रहा है. सलामी बल्लेबाज ने 200 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 62 गेंदों पर 124 रनों की तूफानी पारी खेली.
उन्होंने मैदान के हर कोने में शॉट्स लगाए. इस शतकीय पारी में जायसवाल ने 16 चौके व 8 छक्के भी जड़े. राजस्थान की हार के बावजूद, जायसवाल को उनकी लाजवाब पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. इतना ही नहीं इस शतक के साथ युवा बल्लेबाज ने ऑरेन्ज कैप अपने नाम कर ली है.
वानखेड़े से आने वाला शोर करता था आकर्षित
यशस्वी जायसवाल ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया है. वह मुंबई के एक चॉल में रहते थे और पानी-पुरी भी बेचा करते थे. मगर, अब तक उनकी मेहनत रंग लाई है, तो वह भी काफी खुश हैं. रविवार को मैच खत्म होने के बाद पोस्ट मैच सेरेमनी में यशस्वी जायसवाल ने कहा,
"उस सफर से यहां तक पहुंचकर मैं काफी इमोशनल फील कर रहा हूं. मैं आजाद मैदान में एक टीन के मकान में रहा करता था. यहां से लाइट आती थी तो सोचता था कि कभी अंदर जाने का मौका कब मिलेगा. अंदर से आने वाला शोर मुझे काफी आकर्षित करता था. अब मैं आगे के बारे में सोच रहा हूं. खुद को मानसिक तौर पर मजबूत रखने का प्रयास करता हूं. मैच के बाद के रुटीन में भी मैं खुद को डिसिप्लिन में रखने की कोशिश करता हूं."
"फिलहाल मेरा फोकस अपने गेम पर है और मैं अगे भी उसी पर काम करना चाहता हूं. जब मैंने शतक लगाया तो मुझे नहीं पता था कि गेंद बाउंड्री पार हो चुकी है. जब ऐसा हुआ तो मैने भगवान का शुक्रिया किया. मैंने हमेशा से ही ऐसा करने का सपना देखा था. केवल प्रक्रियाओं पर फोकस करना चाहता था और मेहनत भी. रिजल्ट खुद ब खुद मिल गया."
Source : Sports Desk