रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के मुख्य कोच साइमन कैटिच को लगता है कि इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने वाले युवा खिलाड़ियों को खाली स्टेडियम में कम दबाव महसूस होगा लेकिन सीनियर क्रिकेटरों के लिये यह एक चुनौती हो सकती है. कोविड-19 महामारी के चलते इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का 13वां चरण 19 सितंबर से जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में खेला जायेगा.
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कैटिच ने टीम के यूट्यूब शो ‘बोल्ड डायरीज’ में कहा, ‘‘व्यक्तिगत रूप से कहूं तो मुझे लगता है कि युवा खिलाड़ी वास्तव में मजा लेंगे क्योंकि मैदान पर कम लोग होंगे तो उन पर थोड़ा कम दबाव होगा क्योंकि लोगों की मौजूदगी से शोर होता है और ध्यान भंग होता है. मुझे लगता है कि कुछ वरिष्ठ खिलाड़ियों के लिये यह ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि वे दर्शकों के जोश के आदी होते हैं जिससे उनका उत्साह बढ़ता है. लेकिन मुझे लगता है कि फिर भी हमारी टीम के अंदर शानदार प्रदर्शन करने की प्रेरणा होगी.’’
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अनुभवी मानसिक अनुकूलन कोच पैडी अपटन ने पहले कहा था कि विराट कोहली जैसे क्रिकेटर जो बाहरी प्रोत्साहन पर काफी निर्भर करते हैं, वे दबाव के आदी हैं और उन्हें खाली स्टेडियम में खेलने में सचमुच परेशानी होगी लेकिन खुद ही प्रेरणा लेने वाले खिलाड़ी इस साल आईपीएल में काफी बेहतर प्रदर्शन करेंगे.
Source : Bhasha