भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा है कि डीन जोंस का भारत के प्रति बेहद प्यार था और कोई भी विदेशी खिलाड़ी उनसे अधिक बार भारत नहीं आया होगा. कपिल ने कहा कि जोंस के साथ उनकी दोस्ती 35 साल की थी और वह उन्हें बेहद याद करेंगे.
जोन्स का गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. जोन्स मुंबई के एक होटल में रुके थे. वह वहां आईपीएल कॉमेंट्री के लिए आए थे. कपिल ने आईएएनएस से कहा, "डीनो मेरे काफी करीबी दोस्त थे. उनके निधन की खबर सुनकर मैं काफी दुखी हूं. मुझे उनके परिवार के लिए दुख है. आप उन्हें याद करोगे, लेकिन उनका परिवार मुश्किल दौर का सामना करेगा. मैं उन्हें 35 साल से जानता था.
उन्होंने कहा वह महान क्रिकेटर थे और सर्वश्रेष्ठ एथलीटों में से एक. विकेटों के बीच दौड़ने के वो मास्टर थे. वह एक शानदार कॉमेंटेटर थे और उनका सेंस ऑफ ह्यूमर शानदार था. कपिल ने साथ ही बताया कि जोंस के साथ घनिष्ठता होने के कारण साथ ही पेशेवर कामों के कारण उन्होंने भारत का कई बार दौरा किया.
1983 विश्व कप विजेता कप्तान ने कहा, "शायद किसी और विदेशी खिलाड़ी ने डीनो से ज्यादा बार भारत का दौरा नहीं किया. उन्होंने शायद 100 बार से ज्यादा भारत का दौरा किया. लेकिन अब वो चले गए हैं, वह 60 साल के भी नहीं थे. मैल्कम मार्शल भी काफी कम उम्र में चले गए थे.
कपिल ने जोन्स को 20 पारी में गेंदबाजी की और चार बार उनका विकेट लिया. जोन्स का भारत को प्यार करने का एक और कारण यह था कि उन्होंने अपना पहला शतक भारत के खिलाफ बनाया था. यह एक शानदार दोहरा शतक था वो भी मद्रास की कठिन परिस्थितियों में। सितंबर 1986 में, उनका तीसरा टेस्ट और पांचवीं पारी थी. साढ़े आठ घंटे गर्मी और उमस भरी परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और वह उल्टियां कर रहे थे. उन्हें अस्पताल ले जाया गया था और ड्रिप चढ़ाई गई थी. चेपक में खेला गया यह मैच टाई रहा.
Source : IANS