किंग्स इलेवन पंजाब ने एक बार फिर कप्तान लोकेश राहुल की नाबाद 61 रन की जिम्मेदारी भरी पारी और क्रिस गेल के 53 रनों की तूफान पारी के दम पर आईपीएल 2020 के मैच में शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को आठ विकेट से हरा दिया. किंग्स इलेवन पंजाब की यह इस सीजन में दूसरी जीत है और यह दोनों जीतें उसे बेंगलोर के खिलाफ ही मिली हैं. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने विराट कोहली के 48 रन और आखिरी में क्रिस मौरिस की पारियों के दम पर 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 171 रन बनाए थे. किंग्स इलेवन पंजाब ने रोमांचक मैच में आखिरी गेंद पर निकोलस पूरन के छक्के के दम पर यह जीत हासिल की. पंजाब ने सिर्फ दो विकेट खोए. लेकिन चलिए अब आपको बताते हैं कि विराट कोहली की टीम क्यों हार गई और केएल राहुल ने ऐसा क्या किया कि उनकी टीम एक और मैच जीतने में कामयाब हो गई.
- टॉस का फायदा नहीं उठा पाई विराट कोहली की टीम
आईपीएल 2020 के पिछले कुछ मैचों में देखने के लिए मिल रहा है कि जो टीम टॉस जीत रही है, पहले बल्लेबाजी करती हे और स्कोर बोर्ड पर इतने रन टांग देती है कि रनों का पीछा करने के लिए उतरने वाली टीम पहले ही दबाव में आ जाती है और रनों के करीब भी पहुंच कर हार जा रही है. इस मैच में विराट कोहली ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन टीम उतने रन नहीं बना सकी, जिसका पीछा करना किंग्स इलेवन पंजाब के लिए मुश्किल होता. टीम पूरे 20 ओवर में 171 रन ही बना सकी, जो शारजाह जैसे छोटे मैदान पर ज्यादा बड़ा नहीं था. इस मैदान पर तो 200 रनों का भी पीछा किया जा सकता है. - एबी डिविलियर्स के नंबर से छेड़छाड़
आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने इस मैच में पता नहीं क्यों एबी डिविलियर्स के बल्लेबाजी नंबर से छेड़छाड़ कर दी. पहला विकेट गिरने के बाद विराट कोहली खुद नंबर तीन पर आए, जब दूसरा विकेट गिरा तो पक्का था कि एबी डिविलियर्स ही आएंगे, लेकिन उन्हें नहीं भेजा गया. नंबर चार पर वाशिंगटन सुंदर आए और इसके बाद शिवम दुबे आए. एबी डिविलियर्स जैसे बल्लेबाज को बहुत नीचे बल्लेबाजी के लिए भेजा गया, जबकि पिछले ही मैच में वे नंबर चार पर आकर मैच जिताऊ पारी खेल चुके थे, नीचे आकर एबी डिविलियर्स उस तरह की पारी नहीं खेल पाए. - क्रिस गेल से ओपनिंग न कराना
किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान और टीम मैनेमेंट का ये मास्टर स्ट्रोक था कि क्रिस गेल से ओपनिंग न कराई जाए, जबकि पूरी संभावना इसी बात की थी कि क्रिस गेल अगर खेलेंगे तो वे ओपन करने ही आएंगे. फैसला ये करना था कि केएल राहुल और मयंक अग्रवाल में से कौन नीचे आएगा. लेकिन जिस तरह की बल्लेबाजी केएल राहुल और मयंक अग्रवाल कर रहे थे, टीम ने उससे कोई छेड़छाड़ नहीं की. और दोनों ने मिलकर तेजी से रन बनाने शुरू कर दिए. खास तौर पर मयंक अग्रवाल ने तो ज्यादा ही आक्रामक रुख अपना लिया था. मयंक अग्रवाल के आउट होने के बाद क्रिस गेल आए और इस साल का पहला ही मैच खेल रहे क्रिस गेल ने भी जिम्मेदारी भरी पारी खेली और अपनी टीम को जीत के दरवाजे तक पहुंचा ही दिया. - एक बल्लेबाज को ज्यादा खिलाना
किंग्स इलेवन पंजाब जो पिछले कुछ मैच हारी है, उसमें सबसे बड़ी दिक्कत यही थी कि बल्लेबाज कम पड़ जा रहे थे. जब क्रिस गेल का आना तय हुआ तो संभावना थी कि ग्लेन मैक्सवेल और निकोलस पूरन में से किसी एक को बाहर जाना पड़ेगा, लेकिन ग्लेन मैक्सवेल और निकोलस पूरन भी खेले और इसके साथ ही क्रिस गेल भी. इसका फायदा ये हुआ कि क्रिस गेल जब आखिरी ओवर में जीत से कुछ पहले आउट हो गए तो निकोलस पूरन आए और पहली ही गेंद पर छक्का मार कर मैच को अपने नाम कर लिया. - किंग्स इलेवन के गेंदबाजों की अच्छी गेंदबाजी
रॉयल चैलेंजर्स की टीम बड़े बड़े बल्लेबाजों से भरी पड़ी है. इस मैच में जब विराट कोहली ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी चुनी तो यही अंदाजा लगाया जा रहा था कि टीम कम से 180 से 190 तक का स्कोर खड़ा करेगी, लेकिन बड़े बड़े नामों के सामने किंग्स इलेवन पंजाब के गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी का मुजायरा पेश किया और बड़ा स्कोर नहीं करने दिया. एक वक्त तो लग रहा था कि टीम 160 रन भी नहीं बना पाएगी, लेकिन आखिरी ओवर में क्रिस मॉरिस और इशुरू उड़ाना ने 20 से ज्यादा रन बनाए, तब जाकर स्कोर 170 के पार पहुंचा. लेकिन इसके बाद भी किंग्स इलेवन पंजाब के गेंदबाजों की तारीफ की जानी चाहिए.