पूर्व आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर और अब कमेंटेटर माइकल स्लेटर ने भारत में फंसे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के प्रति असंवेदनशील होने को लेकर एक बार फिर से अपने ही प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भारत में हालात कितने खराब हो चुके हैं, यह देखने के लिए पीएम को अपने प्राइवेट जेट से यहां आकर सड़कों पर पड़े शवों को देखना चाहिए. हालांकि यहां बता दें कि ये बात स्लेटर कुछ ज्यादा ही लिख गए, भारत में मौतें तो हो रही हैं, लेकिन शव सड़कों पर पड़े हैं, ये गलत बात है. आईपीएल के 14 वें सीजन में कमेंट्री करने वाले माइकल स्लेटर, भारत में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच मालदीव भाग गए हैं. पूर्व सलामी बल्लेबाज माइकल स्लेटर मालदीव जाने से एक सप्ताह पहले ही स्लेटर घर जाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन अब उन्हें आस्ट्रेलिया जाने के लिए इंतजार करना होगा.
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माइकल स्लेटर ने ट्विटर पर लिखा है कि यह गजब है कि प्रधानमंत्री ने मानवीय त्रासदी के मसले को नजदर अंदाज कर दिया. भारत में रहने वाले ऑस्ट्रेलियाई लोगों का डर असल है. कैसा रहेगा जब आप अपने प्राइवेट जेट लाएं और देखें कि सड़कों पर शव पड़े हुए हैं. माइकल स्लेटर इससे पहले भी आस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन पर निशाना साध चुके हैं. उन्होंने अपने खिलाड़ियों के लिए स्वदेश वापसी का व्यवस्था नहीं करने पर मॉरिसन की कड़ी आलोचना करते हुए कहा था कि उनके पीएम का हाथ खून से रंगे हुए हैं.
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ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भारत में फंसे लगभग 9,000 ऑस्ट्रेलियाई लोगों के स्वदेश लौटने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इनमें आईपीएल में खेल रहे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और सहायक स्टाफ और कमेंटेटर माइकल स्लेटर भी थे. स्लेटर ने टवीट करते हुए कहा था कि अगर हमारी सरकार ऑस्ट्रेलियाई लोगों की सुरक्षा की चिंता करती, तो वे हमें घर लौटने की अनुमति देती. यह एक अपमान है! प्रधानमंत्री के हाथ खून से रंगे हैं. आप हमारे साथ ऐसा व्यवहार कैसे कर सकते हैं. आपके क्वारंटाइन सिस्टम को क्या हुआ. मुझे आईपीएल में काम करने के लिए सरकार की अनुमति मिली थी, लेकिन मुझे अब सरकारी उपेक्षा झेलनी पड़ रही है. उन्होंने कोविड महामारी होने के बावजूद आईपीएल के लिए भारत जाने के लिए सवाल करने वालों को भी आड़े हाथों लिया था.
Source : IANS