भले ही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का यह सीजन कोरोना वायरस संक्रमण के कारण टाल दिया गया हो, लेकिन फटाफट क्रिकेट के शौकीनों के लिए यह खबर बेहतरीन तोहफा हो सकती है. पता चला है कि पाकिस्तानी क्रिकेट को अलविदा कह चुके पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर (Mohammad Amir) आईपीएल में खेलते नजर आ सकते हैं. विवादों की वजह से महज पिछले साल दिसंबर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले आमिर ने ब्रिटिश नागरिकता के लिए अर्जी दी है. पाकिस्तान क्रिकेट छोड़ने के बाद अब वह विदेशी लीग में खेल रहे हैं. अगर उनको ब्रिटिश नागरिकता मिल जाती है तो आईपीएल नें खेलने का उनका रास्ता साफ हो सकता है.
गौरतलब है कि बीसीसीआई की इंडियन प्रीमियर लीग दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित टी20 लीग में से एक है. इसमें खेलने का सपना दुनियाभर के क्रिकेटर देखते हैं. हर साल हजारों की संख्या में लोग आईपीएल की नीलामी में शामिल होने के लिए अपना नाम भेजते हैं. पाकिस्तान के खिलाड़ियों के इस टूर्नामेंट में खेलने पर पाबंदी है. पाकिस्तान के साथ रिश्ते खराब होने की वजह से बीसीसीआई ने यह फैसला किया था, लेकिन ब्रिटिश नागरिकता के लिए अर्जी देने वाले पाकिस्तानी क्रिकेट को अलविदा कह चुके पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर आईपीएल में खेलते नजर आ सकते हैं.
आमिर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, मुझे इस वक्त अनिश्चित समय के लिए ब्रिटेन में रहने की इजाजत मिल चुकी है. मैं इन दिनों अपनी क्रिकेट को और ज्यादा मजे से खेल रहा हूं और अगले 6-7 साल तक खेलने का इरादा है. मेरे बच्चे इंग्लैंड में बड़े हो रहे हैं और पढ़ाई भी यहीं करते हैं. ऐसे में इस बात को लेकर तो कोई शक ही नहीं कि मैं अपना ज्यादा से ज्यादा वक्त यहीं बिताउंगा. मैं कई अलग चुनौती और संभावनाओं की तलाश में हूं. देखना होगा आगे जब मुझे ब्रिटिश नागरिकता मिल जाती है तो चीजों कैसे होती है.
पिछले साल दिसंबर में आमिर ने एक वीडियो जारी करते हुए संन्यास की घोषणा की थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि टीम के कुछ कोचिंग स्टाफ नहीं चाहते हैं कि वह खेल जारी रखें. आमिर का कहना था कि उनके साथ भेदभाव किया जाता है और कुछ लोग उनको टीम में नहीं रखना चाहते. पाकिस्तान में इस तरह के विवाद कोई नई बात नहीं है. धर्म के आधार पर भेदभाव होना भी आम बात है.
HIGHLIGHTS
- आमिर ने ब्रिटेन में नागरिकता के लिए दी है अर्जी
- ब्रिटिश नागरिकता मिलते ही खेल सकेंगे आईपीएल में
- पिछले साल ही संन्यास लिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से