MS Dhoni IPL: धोनी एक वो नाम है जब भी सुनते हैं को एक महान कप्तान की छवि सामने आ जाती है. धोनी ने वो सभी सपने अपने फैंस के पूरे किए हैं, जो वो दिखा रहे थे. पहले टी20 विश्व कप, फिर वनडे विश्व कप, फिर चैंपियंस ट्रॉफी, इसके बाद टेस्ट में नंबर 1, फिर आईपीएल के पांच खिताब के साथ चैंपियन लीग. ये सभी वो टूर्नांमेंट हैं जो कोई भी कप्तान अपने समय में जीतना चाहता है, पर जीत नहीं पाता है. लेकिन धोनी ने ये करके दिखाया. आपको उन तीन वजहों के बारे में बताते हैं जिससे एक अंदाजा लगाया जा सकता है कि धोनी क्यों इतने सफल हैं.
प्लेयर्स पर करते हैं भरोसा
ये खूबी हमने टी20 विश्व कप 2007 में दी देख ली थी जिस तरह से धोनी अपने खिलाड़ियों पर भरोसा जता रहे थे, लगता था कि फैसला गलत है पर दांव सही होता था. धोनी के भरोसे पर वो खिलाड़ी हमेशा कारगर साबित होता था. फाइनल के जोगिंदर शर्मा को कैसे भूल सकते हैं. साथ में बॉल ऑउट के लिए बल्लेबाजों को चुनना.
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जिम्मेदारी लेने को रहते हैं तैयार
कई प्लेयर्स को कहते हुए सुना है कि धोनी जब भी कोई फैसला लेते हैं तो बल्लेबाज हो या गेंदबाज उससे यही कहते हैं कि मेरी जिम्मेदारी होगी चाहे हम जीतें या हारें. इससे उस खिलाड़ी पर से प्रेशर हट जाया करता था. और फ्री होकर अपना गेंम खेल पाता था.
गेम की समझ सबसे अलग
धोनी कभी पारंपरिक सोच के साथ क्रिकेट नहीं खेले. उन्होने अपने लिए नियम कानून अलग बनाए. अपनी सोच पर भरोसा रखा. भूतकाल में उस फैसले के साथ क्या हुआ था, धोनी ने कभी सोचा ही नहीं. वर्तमान पर ही इस महान खिलाड़ी का ध्यान हमेशा से रहा.