टीम इंडिया (Team India) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) इस टीम के कप्तान हैं, पूरी दुनिया में मिस्टर 360 डिग्री के नाम से मशहूर एबी डिविलियर्स (AB de Villiers) उस टीम के साथ हैं, कुछ समय पहले तक तो दुनिया के विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक क्रिस गेल (Chris Gayle) भी उस टीम के साथ थे, लेकिन उस टीम ने अभी तक आईपीएल का खिताब एक बार भी अपने नाम नहीं कर पाया है. हम बात कर रहे हैं आईपीएल की मशहूर टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (Royal Challengers Bangalore) की. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की टीम पहले आईपीएल से खेल रही है. यानी यह टीम अभी तक 12 आईपीएल खेल चुकी है, लेकिन एक बार भी आईपीएल की ट्रॉफी यह टीम अपने हाथ में नहीं उठा पाई है. जबकि इस टीम को एमएस धोनी की चेन्नई सुपरकिंग्स और रोहित शर्मा की मुंबई इंडियंस से कम नहीं आता जाता. लेकिन इन जब यह टीम मैदान में उतरती है तो कभी भी उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पाती, जैसा प्रदर्शन मुंबई और चेन्नई की टीम करती आ रही है. आज हम इसी टीम यानी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के सफरनामे की बात करते हैं.
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आईपीएल का पहला सीजन साल 2008 में खेला गया था. तब इस टीम में कई दिग्गज खिलाड़ी हुआ करते थे. अब के कप्तान विराट कोहली तब इस टीम के साथ बतौर खिलाड़ी खेला करते थे, लेकिन बड़े बड़े नाम होने के बाद भी इस टीम को उस साल सातवें नंबर से संतोष करना पड़ा था. उस साल आईपीएल खत्म होने के बाद टीम के मालिक रहे विजय माल्या ने कमेंट करते हुए कहा भी था कि हमने तो ऐसी टीम ले ली है जो टेस्ट की है, हम आईपीएल कैसे जीतेंगे. हालांकि उस वक्त यह नहीं पता था कि विजय माल्या की यह बात आने वाले 12 साल तक सही साबित होगी और टीम आईपीएल की ट्रॉफी नहीं जीत पाएगी.
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इसके बाद आया साल 2009. इस साल रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल तक पहुंचने में कामयाबी भी हासिल की. लेकिन किस्मत भी कोई चीज होती है, जो उस साल आरसीबी के साथ नहीं थी और फाइनल में उसे हार का सामना करना पड़ा. तब डेक्कन चार्जर ने आरसीबी को छह रन से हरा दिया था और पहली बार आईपीएल जीता. इसके बाद आया साल 2010. उम्मीद की जा रही थी कि पिछली बार फाइनल में हारने के बाद शायद इस बार टीम कूछ कर सके, लेकिन इस बार भी टीम को तीसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा. अगले ही साल, यानी साल 2011 में एक बार फिर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने फाइनल में जगह बनाई. पिछली बार डेक्कर चार्जर तो इस बार सामने थी एमएस धोनी की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स. इस बार भी आरसीबी की किस्मत खराब थी, और चेन्नई सुपरकिंग्स ने आरसीबी को 58 रन से हरा दिया और दूसरी बार भी टीम का आईपीएल जीतने का सपना चकनाचूर हो गया.
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इसके बाद तो कई साल यानी साल 2012 में पांचवें स्थान पर, साल 2013 में भी पांचवे स्थान पर, सल 2014 में तो सातवें स्थान पर यह टीम आई. इसके बाद साल 2015 में तीसरे स्थान पर इस टीम को फिर संतोष करना पड़ा. इसके बाद आया साल 2016. एक बार फिर टीम खिताब जीतने के काफी करीब पहुंच गई थी. इस बार फाइनल में सामने थी सनराइजर्स हैदराबाद की टीम. सब कुछ होते हुए भी इस टीम के पास वही नहीं था, जो बाकी दूसरी टीमों के पास होता था और आईपीएल में तीसरी बार इस टीम को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. इस बार आरसीबी को आठ रन से करीब हार का सामना करना पड़ा था.
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इसके बाद तीन आईपीएल और हो चुके हैं, लेकिन इन तीनों बार में टीम को छठे और आठवें स्थान से ही संतोष करना पड़ा. यानी इन तीन साल तो टीम आईपीएल के खिताब के करीब भी नहीं पहुंच सकी. अब इस साल तो आईपीएल अभी हुआ ही नहीं है. अगर आईपीएल हो रहा होता तो आधे से ज्यादा सफर तो गुजर चुका होता और अब पता चल गया होता कि आरसीबी इस 13वें आईपीएल में क्या करने जा रही है. लेकिन एक बार भी आईपीएल न जीतने के बाद भी विराट कोहली के कारण इस टीम पर हर बार लोगों की नजर रहती है. अगर आईपीएल हुआ तो इस बार भी ऐसा ही कुछ नजर आने वाला है.
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Source : Pankaj Mishra