रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने कोलकाता नाइट राइडर्स को 82 रनों से हरा दिया. बेंगलोर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अब्राहम डिविलियर्स के नाबाद 73 रनों के दम पर 20 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 194 रन बनाए. कोलकाता 20 ओवरों में नौ विकेट खोकर 112 रन ही बना सकी. कोलकाता के लिए शुभमन गिल ने 34 रन बनाए. आंद्रे रसेल और राहुल त्रिपाठी ने 16-16 रन बनाए. पहले बल्लेबाजी करने उतरी बेंगलोर के लिए अब्राहम डिविलियर्स ने अर्धशतक जमाया. उन्होंने 33 गेंदों पर नाबाद 73 रनों की पारी खेली जिसमें पांच चौके और छह छक्के शामिल रहे. एरॉन फिंच ने 37 गेंदों पर 47 रन बनाए. विराट कोहली ने 28 गेंदों पर नाबाद 33 रन बनाए. कोलकाता के लिए प्रसिद्ध कृष्णा और आंद्रे रसेल ने एक-एक विकेट लिया. लेकिन विराट कोहली ने कैसे बाजी अपने नाम की और दिनेश कार्तिक कहां मात खा गए, चलिए जानते हैं पांच सबसे बड़े कारण.
- विराट कोहली का टॉस जीतना
मैच में एक बार फिर आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीत लिया. विराट कोहली और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने आधी जंग वहीं जीत ली. टॉस जीतना हालांकि किसी के भी बस की बात नहीं होती, ये किस्मत का खेल होता है, लेकिन विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी, जो अब लगभग सभी कप्तान करते भी हैं. टॉस जीतकर विराट कोहली ने यही कहा कि वे शारजाह के मैदान पर इस साल पहली बार खेल रहे हैं और उनकी कोशिश होगी कि ज्यादा से ज्यादा रन बनाए जाएं और हुआ भी ठीक ऐसा ही. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने एक अच्छा स्कोर बनाया था, जो केकेआर के लिए काफी दूर की कौड़ी साबित हुआ. - एबी डिविलियर्स की बल्लेबाजी
आईपीएल 2020 में एबी डिविलियर्स लगातार अपनी टीम आरसीबी के लिए खेल रहे हैं, लेकिन अभी तक उनका बल्ला नहीं चला था, लेकिन इस मैच में उनका बल्ला चला और चला तो खूब चला. एबी डिविलियर्स जब तक मैदान पर नहीं उतरे थे तब तक कोलकाता नाइटराइडर्स के गेंदबाज अच्छा कर रहे थे, लेकिन जैसे ही एबीडी ने मैदान कदम रखा बेंगलोर की रनगति ने रफ्तार पकड़ ली. विराट कोहली शांत थे और वो एबी डिविलियर्स को स्ट्राइक दे रहे थे. एबी डिविलियर्स ने 33 गेंदों पर पांच चौके और छह छक्के शानदार छक्के मारे. विराट कोहली और डिविलियर्स ने अंतिम 5 ओवरो में 83 रन जोड़े. एबीडी की बल्लेबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विराट कोहली और एबीडी के बीच तीसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी हुई, जिसमें 73 रन तो केवल डिविलियर्स के ही थे. - आखिरी ओवर में ज्यादा रन देना
पहले के ओवर में देवदत्त पडिक्कल और एरॉन फिंच के क्रीज पर होने के बाद भी केकेआर के गेंदबाज अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे. एरॉन फिंच अच्छे शॉट जरूर लगा रहे थे, लेकिन फिर भी तेजी से रन बनाने में उन्हें दिक्कत आ रही थी. दस ओवर में आरसीबी की टीम 78 रन ही बना पाई थी. इसके बाद 15 ओवर में दो विकेट पर 111 रन तक ही स्कोर पहुंच पाया था. लेकिन आखिरी के पांच ओवर में तेजी से रन बने. इसमें सबसे बड़ा योगदान एबीडी का रहा. एबी डिविलियर्स ने किसी भी गेंदबाज को नहीं बख्शा. केकेआर के गेंदबाजों ने आखिरी पांच ओवर में 83 रन दे दिए. यहीं से मैच पलटा खा गया. इसके केकेआर कभी भी मैच पर पकड़ नहीं बना सका. - सलामी जोड़ी से छेड़छाड़
केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक कभी कभी कुछ ठीक भी करते हैं, लेकिन उसके बाद फिर ब्लंडर कर देते हैं. पहले के मैचों में दिनेश कार्तिक शुभमन गिल और सुनील नारायण से ओपिनंग कर रहे थे. सुनील नारायण का बल्ला चल नहीं रहा था और पहला विकेट जल्दी गिर जा रहा था. इसके बाद राहुल त्रिपाठी टीम में आए और उन्हें नंबर सात पर बल्लेबाजी कराई गई, जबकि राहुल त्रिपाठी सलामी बल्लेबाज ही हैं. लगातार आलोचनाओं के बाद दिनेश कार्तिक ने शुभमन गिल और राहुल त्रिपाठी से ओपनिंग कराई और राहुल त्रिपाठी ने अच्छी बल्लेबाजी भी की. हालांकि पिछले मैच में उनका बल्ला नहीं चला और अगले ही मैच में दिनेश कार्तिक ने पहला ही मैच खेल रहे टॉम बेंटन से ओपिनंग करा दी. टॉम बेंटन 12 गेंद में आठ ही रन बना सके, जिसमें कोई चौका छक्का शामिल नहीं था. राहुल त्रिपाठी जैसे खिलाड़ी को इस मैच में भी सातवें नंबर पर बल्लेबाजी कराई गई. - आंद्रे रसेल का न चल पाना
जब आप मुसीबत में होते हैं और तेजी से रन बनाने होते हैं तो केकेआर को याद आती है आंद्रे रसेल की. इससे पहले भी आंद्रे रसेल अपनी टीम को कई बार मुसीबत से बचा भी चुके हैं. आज भी बाद में आकर आंद्रे रसेल ने ऐसी ही कोशिश भी की. लेकिन रन बहुत थे और गेंदें बहुत कम. हर गेंद पर बल्ला घुमाना ही था. लगातार बल्ला चला रहे आंद्रे रसेल के बल्ले पर कुछ गेंदें तो आईं, लेकिन वे भी ज्यादा देर नहीं टिक सके. रसेल ने 10 गेंद पर 16 रन की पारी खेली. लेकिन अकेले रसेल क्या कर सकते थे, इसलिए वे आउट हो गए और उसके बाद जो कुछ मैच बचा था, वो भी आरसीबी के पास चला गया. यहीं से मैच आरसीबी ने अपने नाम कर लिया.