IPL Controversy : आईपीएल का 17वां सीजन खेला जा रहा है. साल 2008 से शुरु हुआ आईपीएल आज दुनिया की सबसे बड़ी T20 क्रिकेट लीग है, लेकिन पिछले 16 सीजन में इस टूर्नामेंट का विवादों से भी काफी गहरा नाता रहा है. आईपीएल पर पहले कई दाग लग चुके हैं. कभी मैदान पर खिलाड़ी चांटा मार देते हैं तो कभी IPL का कमिश्नर ही घोटाले में फंस जाते हैं. वहीं किसी से छिपा नहीं है कि आईपीएल में मैच फिक्सिंग भी हो चुकी है. जिसके बाद से आईपीएल को एक डर्टी गेम की तरह देखा जाना लगा था और इसे बैन करने की मांग भी उठने लगी थी, लेकिन फिर साल 2012 में वानखड़े में हुआ केकेआर के मालिक शाहरुख खान का विवाद ने सभी का ध्यान अपनी ओर खिंचा था. तब आरजेडी के सुप्रियो लालू प्रसाद यादव ने आईपीएल बैन करने की मांग कर दी थी. चलिए जानते हैं कि आखिरी वह मामला क्या था.
क्या था वानखेड़े में शाहरुख खान का पूरा मामला?
दरअसल, केकेआर के मालिक और बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान साल 2012 में वानखेड़े स्टेडियम में CSK vs KKR का मैच देखने अपने परिवार के साथ पहुंचे थे. उसी दौरान शाहरुख की लड़ाई वहां की सिक्योरिटी गार्ड से हो गई थी. दरअसल, भीड़ में उनकी बेटी सुहाना के साथ धक्का मुक्की हो रही थी और इसी बात पर शाहरुख को काफी गुस्सा आया और वह सिक्योरिटी गार्ड से भिड़ गए.
इस लड़ाई ने काफी सुर्खियों बटोरी और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) ने शाहरुख पर वानखेड़े स्टेडियम में एंट्री करने पर पांच साल का बैन लगा दिया था. हालांकि शाहरुख ने बाद में माफीनामा में कहा था कि वह केवल अपनी बेटी की रक्षा कर रहे थे जैसे कि कोई भी पिता करता है. इस मामले पर खूब बवाल मचा था.
इस पर राजद मुखिया लालू प्रसाद ने कहा था कि शाहरुख खान के खिलाफ लोगों ने खुन्नश निकाली है. सुरक्षाकर्मी बीजेपी के लोग थे. MCA के अधिकारियों ने राजनीति दलों के इशारे पर काम किया और शाहरुख को फंसाया है. इसके बाद लालू ने कहा था कि आईपीएल (IPL) एक मायाजाल की तरह है और इसे बंद कर देना चाहिए.
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